रामनाथ काेविंद का जन्म 1 अक्टूबर 1945 में कानपुर के पराैंख गांव में हुअा। एक गरीब परिवार में जन्में रामनाथ कोविंद ने काफी संघर्ष किए। रामनाथ कोविंद से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बनने तक के सफर में उन्होने संघर्ष से जीवन को निखारा, संवारा और जीवन को गढ़कर ऐसा स्वरुप प्रदान किया जिसकी प्रशंसा करते आज किसी की जबान थकती नहीं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के जीवन के संघर्ष हमें जीना सिखाते हैं। संघर्ष का दामन थाम कर न केवल वे आगे बढ़े, बल्कि जीवन जीने के सही अंदाज को परिचित कराया।
देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई और देश के वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का डीएवी से गहरा नाता रहा है। दोनों ही कभी डीएवी के छात्र हुआ करते थे। दोनों में काफी समानता भी है। प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की तरह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी बेहद सरल और सौम्य स्वभाव के धनी व्यक्ति हैं।
जहां डीएवी से पढ़कर निकले अटल बिहारी वाजपेई देश के प्रधानमंत्री बनें वहीं रामनाथ कोविंद भी डीएवी कॉलेज से बीकॉम की डिग्री हासिल कर चुके हैं। दयानंद शिक्षण संस्थान समूह के सचिव नागेंद्र स्वरूप ने बताया कि रामनाथ कोविंद भी अटल बिहारी जैसे सरल और सौम्य व्यक्तित्व वाले हैं। उनके राष्ट्रपति बनने कानपुर दुनिया के प्रमुख शहरों में शामिल हो गया। यह कानपुर वासियों का सौभाग्य है। उन्होेंने बताया कि डीएवी कालेज में अपनी पढ़ाई के दौरान भी दोनों विभिूतियों ने अपना नाम रोशन किया है। नागेंद्र स्वरूप ने अटल बिहारी और रामनाथ कोविंद के उस रजिस्टर को सहेज कर रखा है जिसमें उनके नाम पढ़ाई के दौरान लिखे गए थे।
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