लंदन। पिछले साल परीक्षण के दौरान ब्रिटेन की एक परमाणु मिसाइल अमेरिका की ओर मुड़ गई थी। जनता में मिसाइल व्यवस्था के प्रति भरोसा बनाए रखने के लिए ब्रिटिश सरकार ने परीक्षण की असफलता को छिपा लिया था। ब्रिटेन के ट्राइडेंट न्यूक्लियर सिस्टम के इस असफल परीक्षण के कुछ हफ्ते बाद ही ब्रिटिश संसद ने इस सिस्टम के नवीनीकरण को मंजूरी दे दी थी।
इस 26 जनवरी दिल्ली दिखाएगी अपना दम, भारत की राजधानी नहीं है किसी से कम
प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने इसकी जानकारी होने के सवाल पर चुप्पी साध ली है। संडे टाइम्स समाचार पत्र ने एक वरिष्ठ नौसेना अधिकारी के हवाले से उपरोक्त दावा किया है। अखबार के मुताबिक, फ्लोरिडा के तट पर जून 2016 में ब्रिटिश पनडुब्बी से ट्राइडेंट 2 डी 5 मिसाइल का परीक्षण असफल रहा था।
परीक्षण के असफल रहने का कारण गोपनीय रखा गया है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि मिसाइल दिशा भटककर अमेरिका की ओर मुड़ गई थी। परीक्षण असफल रहने से सरकार में उच्च स्तर तक अफरा-तफरी मच गई थी। बाद में इस असफलता को दबाए रखने का फैसला लिया गया।
अधिकारियों का मानना था कि असफल परीक्षण की बात जनता में जाने से लोगों में अपनी परमाणु शक्ति के प्रति भरोसा कम हो जाएगा। इस घटना के कुछ हफ्ते बाद ही 18 जुलाई को हाउस ऑफ कॉमन्स ने ब्रिटेन के परमाणु शस्त्रागार से पुरानी पनडुब्बियों को हटाने की मंजूरी दी थी।
हॉट योगा करती इस लड़की की फोटो देखकर पागल हो जाएंगे
थेरेसा मे परीक्षण के समय प्रधानमंत्री नहीं थीं, लेकिन पनडुब्बियों को बदलने की 50.7 अरब डॉलर (लगभग 3453 अरब रुपये) की परियोजना को संसद की मंजूरी से पहले पद ग्रहण कर चुकी थीं। उन्होंने इसका पुरजोर समर्थन भी किया था। हालांकि बीबीसी से एक साक्षात्कार में उन्होंने इस सवाल को यह कहते हुए टाल दिया था कि मुझे अपनी ट्राइडेंट मिसाइलों पर पूरा भरोसा है।