नई दिल्ली: गर्मी से परेशान लोगों के लिए एक खुशखबरी है। दक्षिण पश्चिम मानसून अपने तय समय से तीन दिन पहले ही निकोबार द्वीप समूह और पूरे अंडमान में रविवार को छा गया है। इस क्षेत्र में मानसून का आगमन तय तारीख से तीन दिन पहले हुआ है।
आम तौर पर यह 17 मई को यहां पहुंचता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग आइएमडी के मुताबिकए दक्षिण पश्चिमी हवा बादल और बारिश मानसून पहुंचने की पुष्टि करते हैं। मानसून दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्से, निकोबार द्वीप समूह, पूरे दक्षिण अंडमान सागर और उत्तरी अंडमान सागर के हिस्सों में पहुंच गया है।
हालांकि आईएमडी के महानिदेशक केजी रमेश ने कहा कि मानसून के तय समय से पहले केरल तट पर पहुंचने की भविष्यवाणी अभी जल्दबाजी होगी। केरल में आम तौर पर मानसून पहली जून को पहुंचता है। मौसम की भविष्यवाणी करने वाली निजी एजेंसी स्काइमेट के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पालावत के मुताबिक मानसून के एक जून को केरल पहुंचने की संभावना है। इसमें एक-दो दिन आगे-पीछे हो सकता है।
उन्होंने कहा कि अगले 72 घंटे के दौरान मानसून के दक्षिण पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों ,अंडमान सागर के बचे हिस्सों, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में बढऩे के लिए स्थितियां अनुकूल हैं।