उन्होंने यात्रियों से तालमेल बनाकर उनकी मदद करने व अन्य उत्कृष्ट कार्य करने वाले 60 सिपाहियों को सराहा और उनसे दो-दो सिपाही जोड़ने को भी कहा। उन्होंने अगले सम्मेलन तक इन्हीं 60 सिपाहियों की तरह काम करने वाले 120 सिपाही तैयार करने को कहा।
एडीजी ने जीआरपी के कर्मचारियों को यात्रियों से अच्छा व्यवहार, उनकी मदद व एक-एक अपराधी का टॉरगेट तय कर उन पर नजर रखने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा ई-एफआईआर का प्रचार करने को कहा।
ट्रेन में सफर के दौरान चोरी होने पर आमतौर पर यात्री फोन से सूचना देते हैं। किसी स्टेशन पर उतर कर रिपोर्ट दर्ज कराने में यात्रियों दिक्कत होती है।
ऐसे में ई-एफआईआर से रिपोर्ट दर्ज कराने पर उन्हें थाने में नहीं जाना पड़ेगा और अपराधी पकड़कर उनका सामान बरामद करने की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। सम्मेलन में एसपी जीआरपी सौमित्र यादव व अन्य अधिकारी भी शामिल हुए।