रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने तीन प्रमुख प्राइवेट बैंकों के सीईओ का पिछले साल के लिए दिए जाने वाले बोनस पर फिलहाल रोक लगा दी है. यह राशि करीब 6 करोड़ है,जो कि बैंकों द्वारा इन सीईओ को वित्त वर्ष 2016-17 के प्रदर्शन के लिए दी जानी थी.बैंकों के नित नए अरबों रुपये के घोटालों के सामने आने के बाद केंद्रीय बैंक ने पहली बार यह कदम उठाया है.
सूत्रों के अनुसार रिजर्व बैंक ने आईसीआईसीआई की सीईओ चंदा कोचर, एक्सिस बैंक की शिखा शर्मा और एचडीएफसी बैंक के आदित्य पुरी को 31 मार्च, 2017 को खत्म वित्त वर्ष का बोनस देने की इजाज़त नहीं दी है.बता दें कि आईसीआईसीआई बैंक के निदेशक बोर्ड ने कोचर को 2.2 करोड़ रुपये का बोनस देने की मंजूरी दी है, जबकि शिखा शर्मा को 1.35 करोड़ रुपये और आदित्य पुरी को 2.9 करोड़ रुपये की बोनस राशि का भुगतान किया जाना है.
इस बारे में वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहला मामला है जब रिजर्व बैंक ने बैंकों के सीईओ को बोनस जारी करने में देरी की है.विश्लेषक आशुतोष कुमार मिश्रा ने कहा, कि बोनस जारी करने में इस तरह की देरी पहले कभी नहीं हुई, लेकिन साथ ही किसी एक साल में बैंकिंग जगत में इतने घपले-घोटाले भी सामने नहीं आए थे.
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