दिल्ली। हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट केस में रिटायर्ड कर्नल अजय अहलावत ने दिल्ली के साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने अहलावत को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
मध्य एशियाई देशों की औरतों को सप्लाई करने वाला सान्याल पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। सेक्स रैकेट चलाने में अहलावत, सान्याल की मदद कर रहा था और एक दलाल के तौर पर काम कर रहा था।
ऐसे हुआ था सेक्स रैकेट का खुलासा
जून में इनकम टैक्स अधिकारियों ने सान्याल के लखनऊ व दिल्ली के सफदरजंग और वसंतकुंज एनक्लेव स्थित आवास पर छापा मारा तो इस बड़े सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हुआ। उनके आवास पर से ऐसे दस्तावेज मिले हैं जिससे मानव तस्करी और जिस्मफरोशी के गैरकानूनी धंधे का पता चला।
सफदरजंग आवास से रूसी महिला को बचाया
पुलिस ने सान्याल के आवास पर से 23 साल की रूसी महिला को बचाया। महिला के मोबाइल फोन में चैट मैसेज से पता चला कि उनको जबरदस्ती घर में रखा गया था। रूसी महिला का पासपोर्ट और यात्रा संबंधी दस्तावेज सान्याल ने छीनकर रख लिए थे। पुलिस को उस महिला ने बताया कि वह सान्याल के घर में बहुत असुरक्षित महसूस कर रही थी और इस घर से जाना चाहती थी। महिला ने पहले सुसाइड करने की भी कोशिश की थी।
उस रूसी महिला को सान्याल से अहलावत ने मिलवाया था
रूसी महिला 25 फरवरी को टूरिस्ट वीजा पर भारत आई थी। रिटायर्ड कर्नल अजय अहलावत, उस महिला को लेकर सान्याल के पास गया था। इस मामले में अहलावत के खिलाफ जांच जारी है। इससे पहले भी कई धोखाधड़ी के मामलों में अहलावत शामिल रहा है। सान्याल के आवास से कई विदेशी पासपोर्ट और मध्य एशिया के देशों की महिलाओं के फोन नंबर्स, इनकम टैक्स अधिकारियों ने रिकवर किए। अहलावत और सान्याल ने जिस्मफरोशी के इस कारोबार में विदेशी महिलाओं का खूब इस्तेमाल किया था।