NEW DELHI : भीषण युद्ध से जूझ रहे सीरिया में अपनी नीतियों की वजह से युद्ध अपराध के आरोपों का सामना कर रहे रूस को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में अपनी सीट गंवानी पड़ी है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने जिनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 14 सदस्यों के चुनाव के लिए शुक्रवार को मतदान कराया था। 193-सदस्यीय महासभा ने मानवाधिकार परिषद के लिए गुप्त मतदान द्वारा 14 राष्ट्रों का चुनाव किया था। संयुक्त राष्ट्र की यह संस्था पूरे विश्व में सभी मानव अधिकारों को बढ़ावा देने और उनके संरक्षण के लिए जिम्मेदार है।
ब्राजील, चीन, क्रोएशिया, क्यूबा, इजिप्ट, हंगरी, इराक, जापान, रवांडा, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, ट्यूनीशिया, ब्रिटेन और अमेरिका को एक जनवरी, 2017 से तीन साल के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद का सदस्य चुना गया है।
भारत 47 सदस्यीय मानवाधिकार निकाय का सदस्य है और उसका कार्यकाल 2017 में खत्म होगा। रूस दोबारा इस निकाय का सदस्य बनना चाहता था और पूर्वी यूरोप ब्लॉक की दो सीटों के लिए उसका मुकाबला हंगरी, क्रोएशिया और बुल्गारिया से था। मतदान में रूस को 112 वोट, क्रोएशिया को 114 वोट और हंगरी को 144 वोट मिले।