रूसी सेना के 200 सैनिक PAK पहुंच चुके हैं। यह जानकारी सेना के एक प्रवक्ता ने दी। क्योंकि पाकिस्तान और रूस की जॉइंट ड्रिल शनिवार से शुरू हो रही है। वहीं, इससे पहले रूस द्वारा जो खबर आई थी वो सीधे तौर पर गलत साबित हुई। जिसमें उरी हमले के बाद पाकिस्तान से सारे संबंध तोड़ने की बात कही गई थी। पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के मीडिया विंग के इंटर सर्विस पब्लिस रिलेशंस के डीजी (ISPR) लेफ्टिनेंट जनरल आसिम सलीम बाजवा ने ट्वीट किया कि रूसी सेना की एक टुकड़ी पाकिस्तान और रूस की पहली जॉइंट ड्रिल के लिए पहुंच चुकी है।
इस मिलिटरी एक्सरसाइज में लगभग 200 रूसी सैनिक हिस्सा लेंगे। इससे पहले ऐसी रिपोर्ट्स आईं थी कि उड़ी में 18 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद रूस ने ड्रिल कैंसल कर दी है। हांलाकि ऐसा नहीं हुआ। ये अभ्यास सीधे तौर पर भारत के खिलाफ माना जा रहा है। क्योंकि इस वक्त भारत पाकिस्तान के संबंध अच्छे नहीं है। और कभी भी दोनों देशें के बीच जंग छिड़ सकती है। इस अभ्यास में रूस पाकिस्तान की सेना जवानों को तेज तर्रार और जंग के लिए तैयार करने वाले हैं।
दोनों देशों की सेनाओं के बीच यह संयुक्त अभ्यास दो हफ्ते तक चलेगा। इसे ‘Friendshipday 2016’ नाम दिया गया है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ड्रिल 7 अक्टूबर तक चलेगी। दोनों देशों की सेनाओं ने इस एक्सरसाइज के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया है लेकिन कहा जा रहा है कि वे समरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पर्वतीय इलाकों में भी अभ्यास करेंगे। यह जॉइंट ड्रिल इस बात की ओर भी इशारा करती है कि पाकिस्तान और रूस आपसी सैनिक सहयोग बढ़ा रहे हैं।
रूस में pakistan के ऐंबेस्डर काजी खलीलुल्लाह ने पिछले हफ्ते कहा था कि संयुक्त अभ्यास का संदेश साफ है- दोनों देश आपस में मिलिटरी और टेक्निकल सहयोग बढ़ा रहे हैं।