रूस ने मंगलवार को दूसरे दिन भी यूक्रेन पर मिसाइलों और ड्रोन हमलों की झड़ी लगा दी। यूक्रेन ने कहा कि उसने मंगलवार को रूस के 10 मिसाइलों में से पांच को और 81 ड्रोन में से 60 को मार गिराया। हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने सहयोगी पश्चिमी देशों से लंबी-दूरी तक मार करने में सक्षम हथियार देने की मांग की है और उनके रूस के अंदर हमले करने अनुमति भी मांगी।
यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे को बनाया निशाना
सोमवार को रूस ने 200 से अधिक मिसाइलों और ड्रोन से यूक्रेन के ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाया था। इसमें आठ लोगों की मौत हुई थी। मंगलवार को भी क्रिव्यी रिहस्ट्रक में आवासीय इमारत पर हमले में पांच लोगों की जान गई है। यूक्रेनी वायुसेना ने कहा कि वह मंगलवार को 10 और ड्रोन को ट्रैक नहीं कर सकी, जो उसके क्षेत्र में कहीं गिरे हैं। इनमें से एक बेलारूस के क्षेत्र में पहुंच गया।
बिजली व्यवस्था पूरी तरह से नहीं हुई बहाल
वहीं, सोमवार को बिजली संयंत्रों पर हमले के बाद बिजली व्यवस्था पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकी है। इस बीच, रूसी रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन पर बड़े हमले की बात कही, लेकिन नागरिकों को निशाना बनाने से इन्कार किया। वहीं, रूस के कई रक्षा ब्लागरों ने रूस के हमले को कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी घुसपैठ के जवाब में की गई कार्रवाई बताया।
यूक्रेन के सेना प्रमुख ने क्या कहा?
यूक्रेन के सेना प्रमुख जनरल ओलेक्जेंडर सिरस्क्यी ने मंगलवार को कहा कि हमारी सेना ने कुर्स्क में 1,300 वर्ग किमी पर पर कब्जा कर लिया है और 594 रूसी बंदी कब्जे में हैं। वहीं, रूस के बेलगोरोद रीजन के प्रमुख ने कहा है कि यूक्रेन की सीमा से सटे क्षेत्रों में स्थिति कठिन लेकिन नियंत्रण में हैं। रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने दावा किया कि कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी सेना की घुसपैठ में अमेरिका संलिप्तता है।
कुर्स्क के परमाणु संयंत्रों की सुरक्षा खतरे में
राफेल ग्रोसीसंयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी के प्रमुख राफेल ग्रोसी ने मंगलवार को कुर्स्क के परमाणु संयंत्रों की सुरक्षा की जांच की। इसके बाद उन्होंने कहा कि परमाणु संयंत्रों को खतरा है और स्थिति गंभीर है। रूस के नियंत्रण वाले यूक्रेन के जपोरीजिया परमाणु संयंत्र पर हमले का आरोप दोनों पक्ष एक दूसरे पर लगा चुके हैं।
चीन ने यूक्रेन शांति योजना में मांगा और देशों का सहयोग
बैंकाक में चीन के यूरेशिया मामलों के दूत ली हुइ ने मंगलवार को यूक्रेन में उसकी शांति योजना में और वैश्वि दक्षिण के तीन देशों इंडोनेशिया, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका से सहयोग मांगा। कहा, शांति योजना में वैश्विक दक्षिण का सहयोग महत्वपूर्ण है।