नई दिल्ली: कमाई में गिरावट का सामना कर रहे रेलवे ने हमसफर एक्सप्रेस गाड़ियों में गतिशील किराया प्रणाली लागू करने की संभावना पर विचार शुरू किया है।
इसके तहत विशेष आरक्षित वर्ग के लिए एसी-3 कोचों में कई सुविधाएं बढाने के साथ ही राजस्व बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया जाएगा। प्रत्येक केबिन कॉफी, चाय और सूप की वेडिंग मशीन, गर्म और ठंडे पदार्थों के लिए मशीन सहित कई अन्य सुविधाओं से लैस होगा। अगले महीने की शुरूआत में नयी दिल्ली से गोरखपुर के बीच पहली हमसफर एक्सप्रेस शुरू होने की उम्मीद है। ट्रेन को इसी महीने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाना तय था लेकिन हाल ही में कानपुर में हुए ट्रेन हादसे सहित विभिन्न कारणों से इसमें देरी हुई है।
रेलवे मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ‘‘आधुनिक सुविधाओं के साथ ही इन डिब्बों की निर्माण लागत भी अधिक है। इसलिए अन्य नियमित गाड़ियों की तुलना में इन विशेष सुविधाओं वाली ट्रेनों में किराया अधिक होगा।’’ रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने 2016-17 का बजट पेश करते हुए घोषणा की थी कि रातभर की यात्रा निमित्त सात नई इंटरसिटी हमसफर एक्सप्रेस शुरू होगी। उस दौरान उन्होंने कहा था कि उसमें सामान्य एसी-3 कोचों में कई अतिरिक्त सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जाएगी।
इधर, भारतीय रेलवे और आईआरसीटीसी ने टिकट आरक्षण और टिकट रद्द कराने वाले फॉर्म में महिला एवं पुरुष के साथ-साथ ट्रांसजेंडर को तीसरे लिंग के तौर पर शामिल कर लिया है। एक अधिवक्ता के आवेदन पर यह निर्णय किया गया। टिकट आरक्षण और रद्द कराने के अलावा यह सुविधा ऑनलाइन और ऑफलाइन भी उपलब्ध होगी। दिल्ली उच्च न्यायालय ने फरवरी में दिल्ली के एक अधिवक्ता से अपनी याचिका पर कार्रवाई के लिए रेलवे मंत्रालय से संपर्क करने को कहा था। मंत्रालय ने शीर्ष न्यायालय के अप्रैल-2014 के निर्देशों के संदर्भ देते हुए बताया कि हिजड़ा, किन्नर और बाइनरी के अधिकारों की रक्षा के लिए अब उन्हें तीसरे लिंग के रूप में माना जाएगा।