पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान के बारे में उनकी पूर्व पत्नी रेहम खान ने कहा है कि वे संवैधानिक मामलों में ईमानदार आदमी नहीं हैं। दो माह तक अपनी तीसरी शादी को छिपाकर उन्होंने गैरकानूनी काम किया है। रेहम ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस साकिब निसार से इस मामले का स्वतः संज्ञान लेने का अनुरोध किया है।
उन्होंने दावा किया कि इमरान ने बुशरा मेनका के साथ अपनी तीसरी शादी की बात दो महीने तक छिपाकर रखी। उनसे जब भी इस बाबत पूछा गया, तो वे गोलमोल जवाब देते रहे। यह संविधान के 62वें और 63वें अनुच्छेद का उल्लंघन हैं। पनामा पेपर मामले में इन्हीं प्रावधानों के तहत नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के अयोग्य करार दिया गया था।
रेहम ने पंजाब प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री पद के लिए पहले नासिर खोसा के नाम का प्रस्ताव करने और फिर वापस लेने के लिए भी इमरान की आलोचना की। उन्होंने पूछा कि जो आदमी कार्यवाहक मुख्यमंत्री के लिए एक नाम तक नहीं दे सकता, वह देश कैसे चला सकता है? इमरान खान ने 2015 में रेहम खान से शादी की थी। लेकिन, 10 माह बाद ही दोनों का तलाक हो गया था। रेहम अपनी आने वाली किताब के लिए भी पाकिस्तानी मीडिया में सुर्खियां बटोर रही हैं। उनकी यह किताब चुनाव से पहले आने वाली है। उससे पहले उसके अंश लीक हो रहे हैं
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