लखनऊ : अक्सर पुलिस के प्रति लोगों का रवैय्या खराब देखने को मिलता है। पर कभी-कभी कुछ पुलिस वाले ऐसा काम कर जाते हैं तो न सिर्फ पुलिस की छवि को सुधारने के काम करता है, बल्कि लोगों को पे्ररणा भी देता है। ऐसा ही कुछ नेक काम किया सआदतगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर महेश पाल ने।
मामला यूं है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सआदतगंज कोतवाली के बाहर ठाकुरगंज के न्यू हैदरगंज निवासी अमरनाथ चाय का ठेला लगाकर अपना परिवार चलाते हैं। उनके एक बेटे करनानाथ और बेटी माही है। उन्होंने किसी तरह बेटी को आठवीं तक पढ़ाया, इसके बाद नवी में दाखिला तो कराया पर आमदनी कम होने की वजह से वह पढ़ाई का खर्च नहीं उठा पा रहे थे।
बेटी को न पढ़ा पाने के चलते अमरनाथ मानसिक रूप से परेशान रहने लगे। इंस्पेक्टर सआदतगंज महेश पाल को कहीं से यह बात पता चली। उन्होंने अमरनाथ को अपने पास बुलाया। उसने बातचीत की तो अमरनाथ ने दबी जुबान में कहा कि वह बेटी को पढ़़ाना तो चाहते हैं पर गरीबी की वजह से बेटी की पढ़ाई का खर्च आगे नहीं उठा सकते हैं। बस इसके बाद इंस्पेक्टर महेश पाल ने अमरनाथ की मदद के लिए हाथ बढ़ाते हुए मदद की बात कही।
उन्होंने माही को कोतवाली बुलाकर उसको कापी-किताब और स्कूल की ड्रेस भी भेंट की। साथ ही माही को भरोसा भी दिलाया कि वह उसके साथ हैं और वह अपनी पढ़ाई जारी रख सकती है। इंस्पेक्टर महेश पाल की मदद पाकर माही का चेहरा खुशी से खिल उठा। उसने इंस्पेक्टर महेश पाल को बताया कि वह आगे चल कर टीचर बनेगी और लोगों को मुफ्त में शिक्षा देगी। इंस्पेक्टर के इस मानवीय कदम के बाद न सिर्फ अमरनाथ के परिवार बल्कि और लोगों ने भी जमकर सराहा।