केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा नामित राज्य प्रतिनिधि डॉ.एनएन मेहरोत्रा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सिफारिश की है कि कोरोना के हल्के लक्षण वाले ऐसे मरीज जो घर पर रहकर ही इलाज करा रहे हैं,उन्हें आयुर्वेदिक औषधि उसी तरह वितरित की जाएं जिस तरह से सरकार एलोपैथिक दवाएं दे रही है। आयुर्वेदिक औषधियां कोरोनावायरस आर में बेहद असरदार पाई गई हैं। इस संबंध में कटोच कमेटी द्वारा प्रमाण सहित एक विस्तृत रिपोर्ट भी आयुष मंत्रालय को हाल में सौंपी गई है। इस संबंध में बीते दिनों आयुष मंत्रालय द्वारा कोविड-19 के प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय क्लीनिकल प्रबंधन प्रोटोकॉल भी जारी किया जा चुका है।
आयुष चिकित्सकों एवं समर्थकों के राष्ट्रीय समूह (सीएपीपी) के संयोजक डॉ. मेहरोत्रा ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि उत्तर प्रदेश में भी कोविड-19 के ऐसे मरीज जो हल्के लक्षण वाले हैं व होम आइसोलेशन में हैं उन्हें आयुर्वेदिक गृह प्रबंधन किट वितरित किए जाएं। उन्होंने कहा, जिस तरह से सरकार पर्याप्त वैज्ञानिक अध्ययनों के बिना भी प्रमाणित एलोपैथिक की महंगी दवाओं को मॉनिटर इमरजेंसी यूज़ ऑफ अनरजिस्टर्ड इंटरवेंशन के अंतर्गत निशुल्क वितरित कर रही है उसी प्रकार आयुर्वेदिक गृह प्रबंधन किट का वितरण भी किया जाए। इसके लिए प्रधानमंत्री राहत कोष से भी राज्यों को सहायता देने का अनुरोध किया गया है। वजह यह है कि कटोच कमेटी द्वारा मंत्रालय को सौंपी गई विस्तृत रिपोर्ट में भी यह बात साफ हो चुकी है कि कोविड-19 के प्रबंधन में आयुर्वेदिक औषधियां काफी प्रभावी हैं।
उन्होंने बताया कि सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वैदिक साइंसेज (सीसीआरएएस) द्वारा निशातगंज व बादशाह नगर जो कि कोरोना के हॉटस्पॉट थे, 1000 लोगों को आयुर्वेदिक औषधि वितरित की गईं। किसी को भी कोरोना का संक्रमण नहीं हुआ। इसके अलावा सीसीआरएएस के 42 डॉक्टरों व स्टॉफ ने भी आयुष क्वाथ एवं गिलोय घनवटी का उपयोग किया। कोरोना मरीजों के संपर्क में रहने के बावजूद इन लोगों को संक्रमण नहीं हुआ।
असरदार आयुर्वेदिक औषधियां
- गिलोय घनवटी – इसमें गिलोय का सत्व या निचोड़ है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
- सुदर्शन घनवटी- इसमें गिलोय के साथ 52 अन्य द्रव्य भी हैं जिनमें विषाणुरोधी त्रिकटु, कुटकी, हल्दी, मुलेठी, कालमेघ,नीम, वच, करंज आदि के साथ श्वास रोगों मे लाभकारी कंटकारी, तलिस्पत्र, दालचीनी आदि प्रमुख हैं। यह औषधि सभी प्रकार के ज्वर मे लाभकारी हैं।
- आयुष 64 – इसमें ज्वरनाशक चिरायता, करंज, सप्तपर्णी के साथ कुटकी भी है। यह लिवर, विषाणुरोधी के साथ सूजन को कम करके रोग प्रतिरोधक शक्ति भी ठीक रखती है।
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