लखनऊ में काकोरी के तेज किशन खेड़ा गांव में शुक्रवार रात तिलक समारोह में वर्चस्व और रंजिश में एक प्रॉपर्टी डीलर और उसके साथियों ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। ब्लॉक प्रमुख समेत चार लोगों को गोलियां लगीं। जिसमें से उनके एक साथी की मौत हो गई। ब्लॉक प्रमुख की हालत गंभीर है। निजी अस्पताल में इलाज जारी है। अन्य दो की हालत खतरे से बाहर है। वारदात को अंजाम देने के हमलावर भाग निकले। पुलिस की पांच टीमें उनकी तलाश में लगाई गई हैं।
मृतक अनंत राम के भाई जयकरण के सिर में बाएं तरफ गोली छूते हुए निकल गई। वह बाल बाल बच गए। वहीं घायल छोटू के हाथ में गोली लगी। प्राथमिक उपचार के बाद उनको अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। मृतक अनंत के परिवार में उनकी पत्नी दयावती, तीन बेटे रंजीत, फूलचंद, रामबाबू व बेटी कोमल है। वह किसानी करते थे।
इस तरह पनपी दुश्मनी, बनी वारदात की वजह
राम विलास की पत्नी प्रधान रह चुकी हैं। पहले राम विलास और मोनू एक साथ रहते थे। पंचायत चुनाव में मोनू ने दूसरे प्रत्याशी का समर्थन किया। जिसके बाद से दोनों बीच दुश्मनी पनपने लगी थी। कुछ वक्त पहले मोनू के भाई पर दुष्कर्म का एक केस दर्ज कराया था। इस प्रकरण में राम विलास पीड़ित पक्ष की पैरवी कर रहे थे। इस वजह से मोनू उनसे खुन्नस रखने लगा था। यही नहीं मोनू अपना वर्चस्व काम करना चाहता है। यही सभी वजहें वारदात का कारण बनीं। मोनू रावत केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर का पीए रहा है। पांच महीने पहले ही उसको हटाया गया था।