लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अपराधियों के हौसले अब इतने बुलंद हो चले हैं कि बदमाश पुलिस वालों पर गोली चलाने की घटना को अंजाम दे रहे हैं। सोमवार की देर रात नाका के चारबाग इलाके मेें चेकिंग के दौरान अपाचे बाइक सवार दो बदमाशों ने एक सिपाही को गोली मार दी। गोली सिपाही के कमर पर लगी। बावजूद इसके घायल सिपाही ने पुलिस वालों की मदद से दोनों बदमाशों को दौड़कर धर लिया। घायल सिपाही को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि बीती रात नाका के चारबाग इलाके में पुलिस के चार सिपाही गश्त कर रहे थे। इस बीच सिपाहियों को एक अपाचे बाइक सवार दो युवक संदिग्ध दिखे। बाइक सवार सिपाही अजीत यादव ने उनको पीछा किया। इस बीच दोनों बदमाश एक पान की दुकान पर जाकर रूके और सिगरेट खरीदने लगे।
शक के आधार पर सिपाही अजीत यादव भी पान की दुकान पहुंच गया। उसने सिगरेट खरीद रहे एक युवक को पकड़ा और उसकी तलाशी लेने लगा। इस बीच युवक ने तमंचा निकाल लिया और सिपाही को गोली मार दी। गोली सिपाही अजीत यादव के कमर पर लगी। सिपाही को गोली मारते ही बाइक सवार दोनों बदमाश भागने लगे। इस बीच गोली लगने से घायल सिपाही अजीत यादव और अन्य सिपाहियों ने दोनों बदमाशों को दौड़ा लिया और कुछ ही दूरी पर दोनों को धर लिया।
इसके बाद सूचना पुलिस के आलाधिकारियों को दी गयी। सिपाही को गोली मारने जाने की खबर मिलते ही मौके पर एसएसपी सहित अन्य अधिकारी भी पहुंच गये। सबसे पहले घायल सिपाही अजीत यादव को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। वहीं पकड़े गये दोनों बदमाशों को नाका कोतवाली ले जाया गया। पूछताछ में पकड़े गये बदमाशों ने अपना नाम खीरी जनपद निवासी विशाल और पारा निवासी रानू बताया।
पुलिस ने उनके पास से घटना में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद किया है। ्रगोली लगने से घायल सिपाही की हालत अब खतरे से बाहर बतायी जा रही है। मंगलवार की सुबह डीजीपी ओपी सिंह और एडीजी जोन राजीव कृष्ण ट्रामा सेंटर पहुंचे और घायल सिपाही का हालचाल लिया। डीजीपी ने सिपाही के परिवार वालों से बातचीत करते हुए डाक्टरों से सिपाही के बेहतर इलाज के लिए कहा। वहीं एडीजी जोन ने बहादुरी का परिचय देने वाले सिपाही अजीत यादव को 10 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है।