लोगों की ओर से बरती जा रही लापरवाही के चलते राजधानी में सक्रिय मरीजों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। पिछले दो दिनों से भले ही 24 घंटे में पॉजिटिव मिलने वाले मरीजों की संख्या पांच व उससे नीचे आ गई हो, मगर सक्रिय मरीजों की संख्या लखनऊ में लगातार बढ़ती ही जा रही है। इसी वजह से तीसरी लहर का खतरा लगातार बना हुआ है।
शनिवार को जारी स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ 71 सक्रिय मरीजों के साथ प्रदेश में पहले स्थान पर आ गया है। हालांकि इस दिन केवल तीन नए कोरोना संक्रमित मिले थे। अगर लखनऊ को छोड़ दिया जाए तो प्रदेश के अन्य सभी जिलों में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 50 से भी कम है। वहीं अलीगढ़, अमेठी, एटा, फिरोजाबाद, गोंडा, हाथरस, मिर्जापुर, पीलीभीत और प्रतापगढ़ समेत नौ जिले पूरी तरह कोरोना मुक्त हो चुके हैं। लखनऊ के बाद कुशीनगर व मथुरा 41-41 सक्रिय मरीजों की संख्या के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं। जबकि 37 सक्रिय मरीजों के साथ प्रयागराज तीसरे और 35 सक्रिय मरीजों के साथ मैनपुरी चौथे व 32-32 सक्रिय मरीजों की संख्या के साथ रायबरेली और वाराणसी संयुक्त रूप से पांचवें स्थान पर हैं। वहीं बदायूं, बलिया, बलरामपुर, बस्ती भदोही, बिजनौर, चित्रकूट इटावा समेत 16 जिलों में शनिवार की रिपोर्ट के मुताबिक सक्रिय मरीजों की संख्या सिर्फ एक-एक रह गई है। राहत की बात यह है कि लखनऊ में 30 जून के बाद अब तक कोरोना से कोई भी मौत नहीं हुई है। हालांकि वर्ष 2020 से अब तक कुल 2651 मरीजों की वायरस से जान जा चुकी है। पिछले दो दिनों से लखनऊ में कोरोना मरीजों की संख्या पांच से कम रहने से भी राहत है। जबकि इससे पहले अचानक दो-तीन दिनों तक नए संक्रमितों की संख्या दहाई में रहने लगी थी। तीसरी लहर के मद्देनजर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्र्रवाल ने सभी लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते रहने की अपील की है।
सक्रिय मरीजों की संख्या के मामले में टॉप-5 जिले:
- सक्रिय मरीज जिला
- लखनऊ 71
- कुशीनगर व मथुरा 41-41
- प्रयागराज 37
- मैनपुरी 35
- रायबरेली और वाराणसी 32-32