उत्तर प्रदेश में ब्लाक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान हिंसा तथा अभद्रता के मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का रुख बेहद गंभीर है। लखीमपुर खीरी में एक महिला प्रस्तावक के साथ अभद्रता के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीओ के साथ थाना प्रभारी को निलंबित करने का निर्देश दिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को टीम-09 के साथ समीक्षा बैठक में गुरुवार को ब्लाक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान जिलों में हिंसा तथा अभद्रता पर रिपोर्ट तलब की। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले में कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने लखीमपुर में महिला प्रस्ताव के साथ अभद्रता के मामले में क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारी को सस्पेंड करने का निर्देश दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने मौके पर मौजूद लापरवाही बरतने वाले अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है। इसके साथ ही सभी आरोपितों के साथ सख्त कार्रवाई करने को कहा है। उनका कहना है कि किसी भी दशा में माहौल खराब करने की एक भी कोशिश स्वीकार नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर पांच निलंबित और एक गिरफ्तार
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सीओ मोहम्मदी अभय प्रताप मल्ल व पसगवां एसएचओ आदर्श कुमार के साथ ही एक अन्य इंस्पेक्टर व तीन दारोगा को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की एफआइआर दर्ज करके पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया है। डीएम डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया ने मामले की मजिस्ट्रीरियल जांच के आदेश भी दिए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ब्लाक प्रमुख के चुनाव में हर जगह पर पुलिस बल अतिरिक्त सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ मुस्तैद रहे। कहीं पर भी असलहा आदि का प्रदर्शन करने वालों के हथियार जब्त कर यथावश्यक कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला पंचायत के बाद अब ब्लॉक प्रमुख निर्वाचन प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराई जाए। इस दौरान जिन जिलों से अप्रिय घटना की सूचना मिली है, वहां घटनास्थल पर तैनात जिम्मेदार अधिकारियों और माहौल बिगाडऩे वाले लोगों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ तत्काल कठोरतम कार्रवाई की जाए। किसी भी दशा में माहौल खराब करने की एक भी कोशिश स्वीकार नहीं जाएगी। पुलिस बल अतिरिक्त सतर्कता और संवेदनशीलता के साथ मुस्तैद रहे। कहीं पर असलहा आदि का प्रदर्शन करने वालों के हथियार जब्त कर यथावश्यक कार्रवाई की जाए।
ब्लाक प्रमुख चुनाव के लिए गुरुवार को नामांकन प्रक्रिया के दौरान पसगवां में हुए बवाल और सपा प्रत्याशी की महिला प्रस्तावक से अभद्रता के मामले में शासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। पुलिस की लापरवाही को लेकर सीओ मोहम्मदी अभय प्रताप मल्ल व पसगवां एसएचओ आदर्श कुमार के साथ ही एक अन्य इंस्पेक्टर व तीन दारोगा को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की एफआइआर दर्ज करके पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया है। डीएम डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया ने मामले की मजिस्ट्रीरियल जांच के आदेश भी दिए हैं।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले में पसगवां ब्लॉक की सपा प्रत्याशी रितु सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनकी महिला प्रस्तावक के साथ बदसलूकी की और उनके कपड़े तक फाड़ दिए। ब्लाक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान गुरुवार को पसगवां में भारी अराजकता हुई थी। इसमें जहां सपा प्रत्याशी रीतू सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा के लोगों ने उन्हें नामांकन दाखिल नहीं करने दिया, वहीं उनकी एक महिला प्रस्तावक के साथ की गई बदसलूकी का वीडियो वायरल होने के बाद मामला काफी तूल पकड़ गया। वायरल वीडियो में कुछ लोग महिला प्रस्तावक के साथ खींचतान करते और उसके कपड़े खींचते दिख रहे हैं। यह सब होने के दौरान वहां तैनात पुलिस मूक दर्शक बनी रही। मामला गुरुवार से ही इंटरनेट मीडिया पर छाया रहा, जिससे शासन ने इसका संज्ञान ले लिया। मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई की गई है। एसपी विजय ढुल ने बताया कि पुलिस की लापरवाही इस प्रकरण में सामने आने के बाद सीओ मोहम्मदी अभय प्रताप मल्ल्, एसएचओ पसगवां आदर्श कुमार सिंह, इंस्पेक्टर हनुमान प्रसाद के अलावा बरबर चौकी इंचार्ज महेश गंगवार, जेबीगंज चौकी इंचार्ज दुर्वेश गंगवार और उचौलिया चौकी इंचार्ज उग्रसेन को निलंबित कर दिया गया है। महिला प्रस्तावक के साथ हुई अभद्रता के मामले में सपा प्रत्याशी रीतू सिंह की तहरीर पर पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता बृजकिशोर व यश वर्मा समेत अन्य अज्ञात भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ कई संगीन धाराओं में एफआइआर दर्ज की है। एसपी ने बताया कि आरोपित यश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य आरोपितों की तलाश के लिए एएसपी अरुण कुमार सिंह के नेतृत्व में चार पुलिस टीमों को लगाया गया है।
लखीमपुर पुलिस का दावा है कि महिला से बदसलूकी करने वाला युवक निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थक है। पुलिस गहनता से जांच पड़ताल कर रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।