राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के परिवार पर निशाना साधने का कोई भी मौका बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी नहीं चूकते और इसी परंपरा को कायम रखते हुए उन्होंने बुधवार को एकबार फिर को-ऑपरेटिव बैंक से जुड़े कथित धन शोधन के मामले में सीबीआई द्वारा बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पूछताछ किए जाने के एक दिन बाद ही अपना बयान जारी किया. उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद के परिवार ने इस वित्तीय संस्थान का ‘दुधारु गाय’ की तरह का इस्तेमाल किया.
मोदी यही नहीं रुके उन्होंने लालू के पुत्र और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी को लेकर कहा कि उनके परिवार के संरक्षण में इस बैंक के जरिए कालेधन को सफेद करने के एवज में आरजेडी ने अनवर अहमद को एमएलसी तक बनाया. उन्होंने कहा, ‘लालू प्रसाद (बैंक खाता संख्या-6040) और राबड़ी देवी (बैंक खाता संख्या-6851) के अलावा शायद ही किसी अन्य दल के राजनेताओं का आवामी को-ऑपरेटिव बैंक में खाता होगा, क्योंकि आमतौर पर लोग राष्ट्रीयकृत और बड़े बैंकों में ही खाता रखते हैं.
मोदी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की पूछताछ से स्पष्ट हो गया है कि आखिर लालू परिवार नोटबंदी का क्यों विरोध कर रहे थे. उन्होंने कहा कि लालू के ‘कबाब मंत्री’ के रूप में चर्चित आरजेडी के पूर्व विधान पार्षद अनवर अहमद के आवामी को-ऑपरेटिव बैंक में नोटबंदी के बाद 10 लाख रुपये जमा कराने के मामले में मंगलवार को सीबीआई ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पूछताछ की है.
मोदी ने कहा, ‘‘तेजस्वी बताएं कि नोटबंदी के बाद आवामी कोऑपरेटिव बैंक में राबड़ी देवी ने बड़े पैमाने पर 500 व 1000 के नोट क्यों जमा कराया फिर कुछ ही दिनों के बाद चेक के जरिए जमा राशि क्यों निकाल ली गई? जिस डिलाइट कंपनी का 750 करोड़ का पटना में मॉल बन रहा था, नोटबंदी के चार दिन बाद ही उसका नाम बदल कर ‘लारा’ क्यों कर दिया गया?
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