नई दिल्ली, भारत सिंह। भारत की टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली एकबार फिर अपने प्रदर्शन से टीम को लीड कर पाने में नाकाम रहे। टेस्ट मैचों में बुरी फॉर्म से जूझ रहे विराट ने मैच से पहले पत्रकारों से कहा था कि अच्छी या बुरी फॉर्म जैसी कोई चीज नहीं होती है, बस यह इस पर निर्भर करता है कि आप खास दिन कैसा खेल दिखाते हैं। क्रिकेट प्रेमियों के लिए कोहली के बस इसी खास दिन का इंतजार लंबा होता जा रहा है।
यही नहीं, विराट ने कोलकाता के इडेन गार्डन पर बाउंसी विकेट को देखते हुए रबर बॉल से प्रैक्टिस की थी, लेकिन यह भी उनके कोई काम नहीं आ सका। कोहली ने इस बावत प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि टीम ने रबर बॉल से बाउंस की तैयारी की है। आमतौर पर ऑस्ट्रेलिया या दक्षिण अफ्रीका के दौरे से पहले भारतीय उपमहाद्वीप की टीमें बाउंस खेलने के लिए रबर बॉल से प्रैक्टिस करती हैं। कोलकाता में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया को शुरुआत से ही उछाल लेती गेंदों का सामना करना पड़ा।
कोहली की बीात करें तो उन्हें ट्रेंट बोल्ट ने ऑफ स्टंप से दूर जाती गेंद पर छकाया। कोहली ने इसे तिरछे बल्ले से खेलने की कोशिश की, पर उनके गेंद बल्ले से लगकर गली की ओर निकल गई, जहां लाथम ने उनका कैच लपकने में कोई गलती नहीं की। कोहली ने 28 गेंदों में एक चौके की मदद से केवल नौ रन बनाए।
कोहली का पिछले कुछ समय का रिकॉर्ड देखें तो उन्होंने पिछले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 9 और 18 बनाए थे। इससे पहले उन्हें वेस्टइंडीज दौरे पर बारिश के चलते चौथे टेस्ट में खेलने का मौका नहीं मिला था और मैच ड्रॉ घोषित किया गया था। तीसरे टेस्ट मैच में उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 3 और 4 रन और दूसरे टेस्ट मैच में 44 रन बनाए थे। इस तरह आखिरी छह टेस्ट पारियों में उनके बल्ले से केवल 87 रन निकले हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में उन्होंने 200 रन बनाए थे, जो उनका पांच टेस्ट मैचों में इकलौता 50 पार का स्कोर है।