राजधानी में जब-जब तापमान में बढ़ोतरी हुई है तो मतदान फीसदी में गिरावट आई है। दिल्ली में नौ लोकसभा चुनावों में मतदान राष्ट्रीय औसत से कम रहा है। ऐसे में इस बार दिल्ली में मतदान बढ़ा पाना मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के लिए बड़ी चुनौती है, क्योंकि मतदान के दौरान भीषण गर्मी होने के आसार हैं। हालांकि, मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई तरह की सुविधाएं लोगों को मिलेंगी।
दिल्ली में शुक्रवार से लू चलने से लोग घरों से निकलने में बच रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, 25 मई को सफदरजंग इलाके में तापमान 46 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं। वहीं, पीतमपुरा, नजफगढ़, पूसा आदि में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि आयोग की ओर से मतदान केंद्रों पर शीतल पेयजल, पंखे, बैठने के लिए बेंच, शेल्टर, शेड आदि का इंतजाम किया गया है। मतदान केंद्र से घर तक जाने के लिए मुफ्त में बाइक टैक्सी का भी इंतजाम किया गया है।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी कृष्णमूर्ति ने बताया कि मतदान प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए एक लाख से अधिक मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है। साथ ही, गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए व्यापक उपाय किए गए हैं। चुनाव आयोग के निर्देशों और मौसम विभाग के 44-45 डिग्री तापमान और लू की चेतावनी के अनुसार व्यापक कदम उठाए गए हैं। सभी मतदान केंद्रों पर छायादार क्षेत्र बनाए गए हैं जहां ठंडक के लिए कूलर और पंखे लगे हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर पीने के पानी, शौचालय, रैंप और व्हीलचेयर की भी व्यवस्था की गई है।
उम्मीदवारों ने हाईटेक अंदाज में मतदाताओं से अपील करने का फैसला किया है। वे क्षेत्र के मतदाताओं से सोशल मीडिया, मोबाइल फोन आदि माध्यमों से संपर्क साधेंगे। इसके अलावा कार्यकर्ताओं को मतदाता पर्ची बांटने के बहाने लोगों से संपर्क साधने को कहा है। उम्मीदवारों ने इलाके के प्रमुख लोगों के घरों पर जाने की योजना बनाई है। चुनाव आयोग की ओर से उम्मीदवारों को किसी भी मतदाता के घर जाने की मनाही नहीं है। उम्मीदवार अकेले जा सकते हैं। वे अपने साथ लोगों व गाड़ियों का काफिला नहीं रख सकते।
दिल्ली में पहली बार मतदान के दिन ड्रोन का होगा इस्तेमाल
शांतिपूर्ण व निष्पक्ष मतदान कराने के लिए पुलिस इस बार ड्रोन का इस्तेमाल करेगी। ऐसा पहली बार होगा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लोकसभा चुनाव के दौरान ड्रोन की तैनाती होगी। पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय की अनुमति के बाद 50 से ज्यादा ड्रोन खरीदे या किराए पर लिए हैं। इनसे दिल्ली में 429 संवेदनशील बूथों पर नजर रखी जाएगी। एक ड्रोन से 12 से 14 बूथों पर नजर रखी जा सकेगी। उत्तर-दंगा प्रभावित क्षेत्रों में सबसे ज्यादा संवेदनशील बूथ हैं।
एनडीएमसी ने बनाए 10 पिंक बूथ और सेल्फी प्वाइंट
एनडीएमसी ने अपने क्षेत्र में मतदान करने वाले लोगों के लिए विशेष व्यवस्था की है। इस कड़ी में उसने थीम आधारित मतदान केंद्र बनाए है। इनमें मतदाता विशेष अनुभव के साथ अपना वोट डालेंगे। क्षेत्र राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, मुख्य न्यायाधीश, पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व उपराष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री, सर्वोच्च और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, नेता आदि आम जनता के साथ वोट डालेंगे। एनडीएमसी के 10 मतदान केंद्रों पर थीम आधारित विशेष व्यवस्था की है। इनको फूलों की सजावट के साथ पिंक बूथ बनाया है। मतदान केंद्रों में हरित वातावरण, मतदाताओं के लिए सेल्फी प्वाइंट, बूथ स्थानों पर गमले में पौधे, वेटिंग हॉल में ग्लूकोज के साथ मटका पानी की व्यवस्था, मॉडल मतदान केंद्रों पर हरा प्रवेश द्वार आदि व्यवस्था होगी।
मतदान केंद्रों के स्वच्छ हरित थीम, हरित गतिशीलता व पानी बचाएं की थीम, लोकतंत्र की शक्ति थीम के साथ गुलाबी मतदान केंद्र और यंग थीम आधारित मतदान केंद्र भी विशेष व्यवस्था में शामिल है।