किरण वाईकर। इंग्लैंड भले ही भारत के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 0-2 से पिछड़ रहा है, लेकिन चौथे टेस्ट के केंद्र मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में उसका रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है। इंग्लैंड टीम ने इस मैदान पर पिछले दोनों टेस्ट मैचों में भारत पर शानदार जीत दर्ज की थी।
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अपने इस शानदार रिकॉर्ड के चलते एलिस्टेयर कुक की इंग्लिश टीम शुक्रवार से विराट कोहली के खिलाफ होने वाले चौथे टेस्ट मैच में बढ़े हुए मनोबल के साथ मैदान में उतरेगी। इंग्लैंड के पिछले दौरे पर 2012 में मेहमान टीम पहला टेस्ट अहमदाबाद में हार चुकी थी, लेकिन मुंबई में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में उसने 10 विकेट से जीत दर्ज कर सीरीज में बराबरी की थी। इंग्लिश स्पिनर मोंटी पानेसर (11 विकेट) और ग्रीम स्वान (8 विकेट) के मायाजाल के चलते इंग्लैंड ने यह मैच जीता और आगे चलकर सीरीज अपने नाम की थी। इसी प्रकार 2006 में इंग्लैंड तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में पिछड़ रही थी, लेकिन उसने मुंबई में अंतिम टेस्ट जीतकर सीरीज बराबर कर ली थी। इस तरह इस मैदान पर भले ही जीत-हार के मामले में इंग्लैंड और भारत बराबरी पर हो, लेकिन मनोवैज्ञानिक बढ़त के रूप में इंग्लैंड अवश्य लाभ की स्थिति में रहेगा।
इस सीरीज में भी इंग्लैंड के आदिल रशीद सबसे घातक स्पिनर साबित हो रहे है। इसके मद्देनजर कुक पिछले प्रदर्शन को दोहराते हुए सीरीज में भारत की बढ़त के अंतर को कम करने का प्रयास करेंगे।
वानखेडे स्टेडियम में भारत-इंग्लैंड बराबर: मुंबई के इस ऐतिहासिक स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड के बीच अभी तक सात टेस्ट मैच खेले गए हैं जिनमें से 3 भारत ने और 3 इंग्लैंड ने जीते जबकि 1 मैच ड्रॉ रहा।
इंग्लैंड ने जीते पिछले दोनों मैच: इस मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए पिछले दोनों टेस्ट मैचों में इंग्लैंड ने जीत दर्ज की है। इंग्लैंड ने 18-22 मार्च 2006 को हुए टेस्ट में भारत को 212 रनों से हराया। इसके बाद उसने 23-26 नवंबर 2016 को हुए टेस्ट में भारत को 10 विकेट से हराया था।
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भारत का रिकॉर्ड भी अच्छा: वैसे इस मैदान पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड भी अच्छा रहा है। उसने इस मैदान पर खेले 24 टेस्ट मैचों में से 10 में जीत दर्ज की जबकि 7 में उसे हार का सामना करना पड़ा जबकि 7 टेस्ट ड्रॉ रहे।
वानखेडे स्टेडियम में भारत-इंग्लैंड टेस्ट मैच
- 11-16 फरवरी 1977 – मैच ड्रॉ
- 15-19 फरवरी 1980 – इंग्लैंड 10 विकेट से विजयी
- 27 नवंबर-1 दिसंबर 1981 – भारत 138 रनों से विजयी
- 28 नवंबर-3 दिसंबर 1984 – भारत 8 विकेटों से विजयी
- 19-23 नवंबर 1993 – भारत पारी और 15 रनों से जीता
- 18-22 मार्च 2006 – इंग्लैंड 212 रनों से विजयी
- 23-26 नवंबर 2012 – इंग्लैंड 10 विकेट से जीता