वाराणसी में हरहुआ-गंजारी-राजातालाब की 16.98 किलोमीटर फोरलेन में गड्ढे ही गड्ढे हैं। फोरलेन कई जगह धंस गई है। हरहुआ से राजातालाब तक 1011.29 करोड़ रुपये खर्च कर बनाई गई रिंग रोड का निर्माण 2021 में पूरा हुआ था। इसका लोकार्पण 25 अक्तूबर 2021 को किया गया, लेकिन पहली बरसात ने ही गुणवत्ता की पोल खोल दी।
वाराणसी से लखनऊ (राष्ट्रीय राजमार्ग 56) को वाराणसी प्रयागराज (राष्ट्रीय राजमार्ग 2) से जोड़ने वाली हरहुआ-गंजारी-राजातालाब की 16.98 किलोमीटर फोरलेन में गड्ढे ही गड्ढे हैं। फोरलेन कई जगह धंस गई है। यह मामला क्षेत्रीय भाजपा विधायक टी राम ने उठाया है। उन्होंने सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है। साथ ही जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। यह फोरलेन रिंग रोड फेज दो के तहत बनाई गई है। इसे दो वर्ष पहले बनवाया गया था, जिसकी गुणवत्ता सवालों के घेरे में है।
हरहुआ से राजातालाब तक 1011.29 करोड़ रुपये खर्च कर बनाई गई रिंग रोड का निर्माण 2021 में पूरा हुआ था। इसका लोकार्पण 25 अक्तूबर 2021 को किया गया, लेकिन पहली बरसात ने ही गुणवत्ता की पोल खोल दी। फोरलेन की स्थिति अब बद से बदतर है।अधिकतर जगह सड़क के बीच में नाली जैसी आकृति बन गई है।
खेवसीपुर में उखड़ गई फोरलेन
हरहुआ-राजातालाब रिंगरोड के बीच स्थित खेवसीपुर में फोरलेन कई जगह से उखड़ गई है। करीब पांच फीट दूर तक गिट्टियां फैली हैं। यहां फोरलेन का आकार नाली जैसी दिख रही है। अकेलवा रेलवे ओवर ब्रिज, रज्जीपुर ओवरब्रिज, खेवसीपुर ओवरब्रिज, लोहरापुर ओवरब्रिज, वरुणा ब्रिज, कोइराजपुर ओवरब्रिज के ऊपर कई जगह गड्ढे हो गए हैं।
निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम भी इसी मार्ग पर
हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंजारी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास किया। इस ओर जाने का भी यही मुख्य मार्ग है। रिंग रोड से फेज दो के तहत बनाए गए इस फाेरलेन मार्ग से रोजाना करीब 20 से 25 हजार छोटे बड़े वाहनों का आवागमन होता है। मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण आए दिन लोग चोटिल हो रहे हैं।
एनएचएआई के अधिकारियों को सड़क की मरम्मत जल्द कराने के निर्देश दिए हैं। यह काम जल्द पूरा करना है।