सीतापुर । उत्तर प्रदेश के सीतापुर में दो थानों की पुलिस के सामने शव के साथ ऐसा सुलूक हुआ, जिसे देख इंसानियत भी कराह उठी। नदी के बीच पेड़ में फंसे शव को निकालने में दो थानों की पुलिस के बीच घंटों रार छिड़ी रही। शव हरगांव पुलिस की सीमा में होना तय हुआ तो ग्रामीणों को बुलाकर पुलिस ने शव बाहर निकलवाया।
पुलिस के निर्देश पर युवक शव को काफी दूर तक घसीटता हुआ ले गया। हरगांव में करीब तीन दिन पहले एक युवक ने सरायन नदी में छलांग लगा दी थी, जिसका शव गुरुवार को हरगांव के सधुवापुर गांव के निकट नदी में पेड़ की डाल से फंसा दिखाई दिया।
स्थानीय लोगों से शव मिलने की सूचना पर थाने के एसआइ मतीन खां, आरक्षी अरविद कुमार चंदेल, होमगार्ड ओमप्रकाश व इमलिया सुल्तानपुर थाने की चौकी काजी कमालपुर प्रभारी राहुल शर्मा मय हमराही पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचे।
काफी देर तक चले सीमा विवाद के बाद घटनास्थल हरगांव थाना क्षेत्र में होना निर्धारित हुआ। इसके बाद शव निकालने के लिए ओजहदपुर गांव के लोगों को बुलाया गया। ग्रामीणों ने रस्सी और बांस की लग्गी के सहारे जैसे-तैसे शव बाहर निकाला।
किनारे आने के बाद भी पुलिस ने उसमें हाथ लगाना बेहतर नहीं समझा और शव को रस्सी के सहारे जमीन पर घसीटा गया। इस दौरान तमाशबीन बनी पुलिस का एक सिपाही पूरे घटनाक्रम का वीडियो अपने मोबाइल से बनाता रहा। इसके बाद भी पुलिस ने क्षत-विक्षत अवस्था में मिले शव को एक पिकअप में थाने के बाहर रातभर छोड़ दिया, जिसे शुक्रवार को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
शव को निर्दयता के साथ घसीटे जाने का वीडियो जब वायरल हुआ तो अधिकारियों ने दारोगा और सिपाही को लाइन हाजिर कर जांच सीओ सदर को सौंपकर दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की बात कही।