लखनऊ: गोमतीनगर के विरामखण्ड इलाके में रहने वाले विधानसभा अध्यक्ष के निजी सचिव रहे रामचंद्र मिश्र की पत्नी सुनीता की गुरुवार की दोपहर उनके ही घर में हत्या कर दी गयी। हत्या का आरोप सुनीता के सौतेले बेटे विनोद पर लगा है। सुनीता को बचाने के लिए पहुंचे विशाल नाम के एक युवक और विनोद के बीच हाथपाई भी हुई और विशाल की लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली चल गयी। गोली विनोद के पेट में लगी है और उसको इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने फिलहाल विशाल को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है। सीओ गोमतीनगर सत्यसेन यादव ने बताया कि जौनपुर जनपद निवासी रामचंद्र मिश्र विरामखण्ड-2 में अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनकी पहली पत्नी की काफी साल पहले मौत हो गयी थी तो उन्होंने सुनीता नाम की एक महिला से दूसरी शादी कर ली थी। पहली पत्नी से उनके दो बेटे मनोज व विनोद हैं। मनोज मुम्बई में इंकम टेक्स कमिशनर है, जबकि विनोद जोधपुर में नौकरी करता था, मौजूदा समय में बेरोजगार है। रामचंद्र मिश्र के सुनीता से एक बेटी अंतरा है और वह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही है।
रामचंद्र मिश्र व उनकी पत्नी का तकरोही इलाके में एस.एस मॉडल पब्लिक स्कूल भी है। बताया जाता है कि गुरुवार की दोपहर रामचंद्र मिश्र का बेटा विनोद जौनपुर से घर पहुंचा। घर पहुंचते ही उसका अपनी मां सुनीता से किसी बात को लेकर विवाद होने लगा। देखते ही देखते दोनों के बीच विवाद काफी बढ़ गया। इस पर घर में मौजूद अंतर ने परिवार के एक परिचित तकरोही निवासी प्रापर्टी डीलर विशाल को फोन कर दिया। विशाल जब तक तकरोही से गोमतीनगर पहुंचता तब तक विनोद ने अपनी मां सुनीता को किचन में ही हथौड़े से वार कर बुरी तरह घायल कर दिया था। हथौड़े का वार इतना भयानक था कि सुनीता के सिर बूरी तरह जख्मी हो गया था और भंजा तक निकल गया था।
कुछ ही देर के बाद विशाल भी घर पहुंच गया। इसके बाद विशाल और विनोद के बीच हाथपाई हुई और फिर विशाल ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर निकाल ली। दोनों के बीच हुई हाथापाई के दौरान रिवाल्वर से गोली चली और गोली विनोद के पेट को छूती हुई निकल गयी। इस बीच अंतर ने सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दे दी। वहीं आरोपी विनोद ने खुद को बचाने के लिए अपने को एक कमरे में बंद कर लिया। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो अंतर अपनी मां को कार में लेट कर अस्पताल ले जा रही थी। पुलिस ने अंतर की मदद से सुनीता को इलाज के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने सुनीता को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने किसी तरह कमरे से विनोद को बाहर निकाला तो वह घायल था। पुलिस ने फौरन ही विनोद को इलाज के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसको ट्रामा सेंटर रिफर कर दिया गया। वहीं घर में मौजूद विशाल को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस सनसनीखेज वारदात की सूचना मिलते ही मौके पर डीआईजी प्रवीण कुमार, एसएसपी मंजिल सैनी भी पहुंच गये। पुलिस ने छानबीन के लिए फारेंसिक टीम को भी बुला लिया। अब पुलिस हिरासत में लिये गये विशाल से पूछताछ कर रही है। वहीं घायल विनोद की भी हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है। आईजी जोन ए.सतीश गणेश का कहना है कि अभी तक की गयी छानबीन में इस घटना के पीछे सम्पत्ति विवाद निकल कर सामने आ रहा है। आगे की छानबीन जा रही है और पुलिस विवेचना कर रही है।