बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव पेश कर दिया है. वहीं इसी बीच राजद विधायक लगातार हंगामा कर रहे हैं. राजद विधायक विधानसभा के बाहर धरना दे रहे हैं. विधानसभा में नीतीश कुमार, सुशील मोदी मौजूद हैं. वहीं तेजस्वी यादव विपक्ष के नेता की कुर्सी पर बैठे हैं.
पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं इस प्रस्ताव के विरोध में खड़ा हूं. हमें बीजेपी के खिलाफ वोट मिला था, ये सब प्रीप्लान था. ये एक तरह से लोकतंत्र की हत्या है. बीजेपी के भी कई मंत्री हैं जिनपर आरोप हैं, नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर भी आरोप हैं. तेजस्वी ने कहा कि कांग्रेस और राजद ने मिलकर नीतीश कुमार के वजूद को बचाया था, नीतीश ने बिहार की जनता को धोखा दिया.
उधर, बिहार में जेडीयू-बीजेपी सरकार के विरुद्ध राजद की याचिका हाईकोर्ट ने मंजूर कर ली है. इसको लेकर सुनवाई सोमवार को होगी.
सुशील मोदी ने 132 मतों का किया है दावा
जेडीयू-बीजेपी हालांकि 243 सदस्यीय विधानसभा में 132 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं लेकिन पार्टी में नीतीश के फैसले के खिलाफ विरोध के सुर उठने के बाद सबकी निगाहें सीटों के गणित पर टिक गई है. वहीं लालू पर पुत्रमोह में पार्टी को नुकसान पहुंचाने की बात कही जा रही है. इसपर आरजेडी में भी विरोध के सुर उठ रहे हैं ऐसे में दोनों ही दल अपना-अपना किला सुरक्षित रखने में जुटे हुए हैं.
LIVE: विधानसभा में जोरदार हंगामे के बीच नीतीश ने विश्वास मत प्रस्ताव पेश किया
क्या है बिहार विधानसभा का समीकरण
243 सदस्यीय विधानसभा में नीतीश सरकार को बहुमत के लिए 122 सदस्यों के समर्थन की जरूरत है. नीतीश के पास 71, बीजेपी और सहयोगियों के पास 58 सीटें हैं. कुल 129 हुए. 4 निर्दलीय विधायक हैं. एनडीए का दावा है कि उनके पक्ष में 132 सदस्य हैं. वहीं सबसे बड़े दल आरजेडी के खाते में 80, कांग्रेस के पास 27 और सीपीएम के पास 3 विधायक हैं.
शरद यादव को मनाने में कामयाब हुए जेटली?
एनडीए के साथ जाने के नीतीश के फैसले के खिलाफ उनकी पार्टी जेडीयू में बगावत के सुर खड़े हुए थे. गुरुवार को पार्टी के राज्यसभा सांसद अली अनवर ने कहा कि बीजेपी के साथ जाने की उनकी अंतरात्मा गवाही नहीं दे रही. पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव की नाराजगी की खबरें भी आईं.