सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ पहली बार इटावा पहुंचे थे। नुमाइश मैदान पर शिलान्यास-लोकार्पण कार्यक्रम में उन्होंने महज 24 मिनट लोगों को संबोधित किया। पांच नदियाें के संगम पचनद (यमुना, चंबल, सिंधु, पहुज और क्वारी) को पर्यटक स्थल बनाने की घोषणा की। फिर भ्रष्टाचार पर वार कर पिछली सरकारों को आड़े हाथ लिया। कहा कि प्रदेश में पहले हर एक भर्ती में पैसा चलता था। इटावा के लोगों के साथ भी भेदभाव हुआ है। नियुक्तियों में जातिवाद था, जिसकी जड़ें उखाड़कर हमारी सरकार ने सभी भर्तियों को पारदर्शी किया है। नौजवानों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले की जगह जेल में होगी।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री के कामों से देश की इज्जत और सम्मान विश्व में बढ़ गया है। मोदी की लोकप्रियता से परेशान होकर कांग्रेस, सपा और बसपा ने गठबंधन किया है। कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रही है, जबकि वह खुद भ्रष्टाचार में डूबी रही। सपा और बसपा ने जातीयता के आधार पर समाज को छिन्न-भिन्न किया है। अब ये सब घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।