टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका में वन-डे सीरीज जीतने के बाद एक बार फिर भारतीय मीडिया पर भड़ास निकाली। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले दो टेस्ट में मिली शिकस्त के बाद कोहली की आलोचना हो रही थी कि उन्होंने टीम चयन अच्छा नहीं किया। मगर ‘कोहली ब्रिगेड’ ने दमदार वापसी करते हुए जोहानसबर्ग टेस्ट जीता और फिर वन-डे सीरीज जीती।
यह पूछने पर कि विदेशी धरती पर टीम इंडिया की सबसे बड़ी जीत है, तो कोहली ने जवाब देकर मीडिया को हैरान कर दिया। उन्होंने कहा, ‘आप लोग ही इसका जवाब दे सकते हैं क्योंकि एक महीने पहले तक हम बहुत खराब टीम थे। अब ऐसे सवाल पूछे जा रहे हैं। हमने अपनी मानसिकता नहीं बदली, हमारा पूरा ध्यान अपने क्रिकेट पर रहा और अब मैं इसका जवाब देकर फंसना नहीं चाहता कि यह सबसे बड़ी जीत है या नहीं। हमारा काम खेलना, कड़ी मेहनत और प्रदर्शन करके प्रत्येक मैच जीतना है।’
29 वर्षीय कोहली ने आगे कहा, ‘यह बड़ी जीत है या नहीं, यह वो ही बताएगा जो विश्लेषण करे या इस बारे में लिखे। एक टीम के रूप में हमारा लक्ष्य अपने 120 प्रतिशत देना था। प्रैक्टिस पर कड़ी मेहनत करना और प्रतिदिन अपनी तैयारियों को उस स्तर तक ले जाना, जहां हम जीत दर्ज कर सकें। यही हमने इस सीरीज में हासिल किया और इससे हम काफी खुश हैं। हमारा काम कोई हेडलाइन बनाना नहीं बल्कि क्रिकेट खेलना है, जो हमने यहां बखूबी किया।’
जब एक भारतीय पत्रकार ने शुक्रवार को खेली पारी के बारे में सवाल किया और तारीफ करते हुए कहा कि शब्द कम पड़ गए तो कोहली ने जवाब दिया, ‘मैं इसमें नहीं पड़ने वाला। मुझे यह पता है कि 90 प्रतिशत लोगों ने दो टेस्ट के बाद हमें मौका नहीं दिया। मैं इसी कमरे में बैठकर प्रेस कांफ्रेंस कर रहा था। इसलिए मुझे पता है कि हम कहां से आए हैं। मैं सपनो की दुनिया में बैठकर सभी तारीफों को स्वीकार नहीं करूंगा क्योंकि यह मेरे लिए मायने नहीं रखते हैं, ईमानदारी से नहीं। यह मायने नहीं रखता कि हम सीरीज में 0-2 से पीछे थे या फिर 5-1 की बढ़त पर हैं क्योंकि चेंज रूम मायने रखता है।’
कोहली ने आगे कहा, ‘मेरे बारे में प्रबंधन क्या सोचता है, मैं खिलाड़ियों के बारे में क्या सोचता हूं, खिलाड़ी मेरे बारे में क्या सोचते हैं, यह मायने नहीं रखता। सुर्खियां रोज बदलती है। कल अगर मैंने खराब शॉट खेला तो हर कोई वही करेगा जो उसे करना है। इसलिए जैसा मैंने कहा कि मैं क्या करूं, यह मेरी जिम्मेदारी नहीं।’
बकौल कोहली, ‘अगर मैं गलती करूंगा तो यहां आकर स्वीकार करूंगा। मैं उनमें से नहीं हूं जो आकर बहाने बनाए। मैं वो नहीं, जो आकर अपनी तारीफ करता रहूं। मैंने ऐसा कभी नहीं किया। यह मेरी जॉब है, मैं यहां किसी का पक्ष लेने नहीं बैठा हूं। मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। यह मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं मैदान में अपनी जिम्मेदारी निभाने जाता हूं।’