सौरव गांगुली ने कहा- टेस्ट से नहीं होती है कमाई, रात में खेले जाएं मैच
इस स्टिंग का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें बुकी और अन्य लोगों के बीच की बातचीत का पता चला है। गुप्त जांच के केंद्र में दो भारतीय बुकीज बैठे दिख रहे हैं, जिनका नाम सोबर्स जोबान और प्रियंक सक्सेना हैं। इन दोनों ने दावा किया है कि पर्थ में चल रहे एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट में सेशन के मुताबिक स्पॉट फिक्सिंग की जा सकती है। यह डील 1,40,000 यूरो में हो सकती है।
जोबान ने साथ ही दावा किया कि आईपीएल और बिग बैश लीग जैसी टी20 लीग्स में भी फिक्सिंग की जा चुकी है। उन्होंने दावे के साथ कहा कि आईपीएल के करीब 18 मैच फिक्स किए गए थे, जिसमें दो टीमें पूरी तरह फिक्सिंग में साथ थी। उन्होंने यह भी बताया कि पूर्व टेस्ट गेंदबाज को टी20 मैच में रन-रेट बदलने के लिए एक वाइड गेंद डालने के लिए 1,75,000 यूरो दिए गए।
पूरी बातचीत इस प्रकार है:
जोबान- मैं आपको एशेज सीरीज के पर्थ टेस्ट में काम दूंगा।
रिपोर्टर- तो आपको लगता है कि हमें तीसरे टेस्ट में कुछ मिलेगा।
जोबान- हां, एशेज के सेशन पर, हो सकता है पहले या दूसरे दिन
जोबान- हां, रन, एक सेशन में होगा, आदमी 60 लाख लेगा।
जोबान ने यह भी बताया कि टी20 मैच में किस तरह खिलाड़ियों के साथ फिक्सिंग की गई। उन्होंने बताया कि रन-रेट, विकेट का पतन और मैच के नतीजे पर कई चीजें निर्भर करती हैं। इसमें विकेटों के गिरने से लेकर प्रत्येक ओवर के स्कोर भी शामिल होते हैं।
उदाहरण के लिए, अगर 6 ओवर में 32 रन हो तो 10 ओवर में 60 रन और फिर पारी के अंत में क्या स्कोर होगा, यह निर्धारित कर लिया जाता है। इसी प्रकार दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम के साथ भी अलग तरह की डील की जाती है।
बुकियों के मुताबिक उनके अपने एजेंट्स दर्शकों के बीच बैठे होते हैं, जो उनको जानकारी देते हैं। फिर कुछ इंटरनेशनल खिलाड़ियों के नाम भी बताए जाते हैं, जो इनके ‘कठपुतली’ बनकर काम करते हैं।
वीडियो में जोबान ने दावा किया कि उन्होंने ऐसे खिलाड़ी तैयार कर रखे हैं जो छोटे संकेत देकर दर्शा देते हैं कि फिक्सिंग चल रही है। उन्होंने कहा कि विकेटकीपर या बल्लेबाज अपने ग्लव्स बदले या फिर गेंदबाज पहली गेंद वाइड डाले या गेंद डालने से पहले रुक जाए तो ये संकेत दिखा देते हैं कि वो फिक्सिंग में हमारे साथ शामिल है।