टीम इंडिया ने मंगलवार को तीसरे व अंतिम टी20 मैच में न्यूजीलैंड को 6 रन से हराकर तीन मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज 2-1 से अपने नाम की। न्यूजीलैंड पर ऐतिहासिक सीरीज जीत दर्ज करने के बाद टीम इंडिया के कप्तान ने बताया कि हार्दिक पांड्या जब चोटिल हुए तब उनके दिमाग में क्या चल रहा था। दरअसल, पारी का आखिरी ओवर डालने आए पांड्या को दूसरी गेंद पर बाएं हाथ में चोट लग गई थी।
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पांड्या की गेंद का सामना कर रहे कॉलिन डी ग्रैंडहोम ने दूसरी गेंद पर जोरदार शॉट जमाया। गेंद हवा में थी और पांड्या ने इसे रोकने का प्रयास किया। उनके हाथ पर बहुत जोर से गेंद लगी। वैसे यह कैच भी बन सकता था, लेकिन पांड्या इसे लपकने में नाकाम रहे।
भारतीय टीम के फिजियो तुरंत मैदान पर दौड़ते हुए आए और स्प्रे डालकर पांड्या का दर्द ठीक किया। जब पांड्या को चोट लगी थी, तब लोगों को शक हो रहा था कि उनकी उंगली में तो गंभीर चोट नहीं आई है या फिर वो डिसलोकेट तो नहीं हो गई। मगर फिजियो के उपचार के बाद पांड्या ने फिर गेंदबाजी की।
कोहली ने मैच के बाद कहा, ‘जब पांड्या चोटिल हुए तो मुझे लगा कि कहीं उनके ओवर की बची हुई चार गेंदे मुझे तो नहीं करना पड़ेगी।’ हालांकि, 24 वर्षीय पांड्या ने पूरा ओवर करने का फैसला किया। विराट ने पांड्या के बारे में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि वो (हार्दिक) विश्वास से लबरेज हैं और तीसरी गेंद के बाद उन्होंने सलाह लेने से इंकार कर दिया।
29 वर्षीय विराट ने कहा, ‘पांड्या परिपक्व क्रिकेटर बनते जा रहे हैं। उनमें विश्वास की कमी नहीं है। जब आखिरी ओवर की तीसरी गेंद पूरी हुई तो मैं उनके पास जाने लगा। मगर उसने कहा कि मुझे कुछ मत कहो, मैं मैच जीतकर लाऊंगा। उन्होंने ऐसा किया भी और हम सीरीज जीतने में कामयाब रहे।’
कोहली ने कहा कि जब पांड्या जैसे खिलाड़ी जो आपको विश्वास दिलाए कि मैच जीतकर देंगे तो आपको ज्यादा कुछ करने की जरुरत नहीं होती। मुझे ख़ुशी है कि टीम इंडिया ने इस मैच के साथ सीरीज भी अपने नाम की।