विराट कोहली की गिनती मौजूदा समय के महान बल्लेबाजों में होती है। इसका कारण ये है कि कोहली के बल्ले से लगातार रन निकलते हैं। वह सचिन तेंदुलकर के 100 इंटरनेशनल शतकों के रिकॉर्ड के सबसे करीब हैं। लेकिन कोहली ने ऐसा भी समय देखा है जब उनके बल्ले से शतक तक नहीं निकला था। तीन साल तक कोहली शतक के लिए तरसे थे।
विराट कोहली मौजूदा समय के महान बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। उनकी निरंतरता की पूरी दुनिया कायल है। वह रनों के भूखे हैं ये बात दुनिया जानती है। लेकिन इस दिग्गज बल्लेबाज को भी रनों का सूखा झेलना पड़ा था या यू कहें शतक का सूखा। 2019 से 2022 तक विराट कोहली के बल्ले से इंटरनेशनल क्रिकेट में शतक नहीं निकला था। विराट खत्म माने जा रहे थे। फिर आज ही के दिन साल 2022 में वो मौका आया जब कोहली ने तीन साल के शतकीय सूखे को रनों की अग्नि में स्वाह कर दिया।
कोहली शतक लगाने के लिए जाने जाते हैं। अपने करियर में कोहली ने ये काम बखूबी किया। एक सीरीज में उनके बल्ले से शतक न निकले तो हैरानी होती थी। लेकिन 2019 से 2022 तक कोहली ने शतकीय सूखा झेला। उनका बल्ला कहीं नहीं चला। वह अच्छी शुरुआत को बड़ी पारियों में तब्दील नहीं कर पा रहे थे। कई दिग्गजों ने तो कोहली को खत्म बता दिया था और टीम इंडिया से बाहर करने तक की सलाह दे दी थी।
अफगानिस्तान के खिलाफ बदले हालात
वक्त बदलने में देर नहीं लगती। किंग कोहली जो रनों के बादशाह कहे जाते थे वो इसी वक्त की मार के सामने रनों के लिए जूझ रहे थे। कोहली का ये बुरा वक्त भी बदला। आठ सिंतबर 2022 को एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ दुबई में कोहली ने शतकीय सूखे को खत्म किया। ये टी20 मैच इंटरनेशनल में कोहली का पहला शतक था और उनके करियर का कुल 71वां शतक। 70वें शतक से अगले तक पहुंचने में कोहली को तीन साल लगे लेकिन जैसे ही ये सूखा खत्म हुआ कोहली ने फिर बताया कि वह किंग क्यों कहे जाते हैं।
वह फॉर्म में लौट आए थे। अपने आलोचकों को अपनी बैटिंग से कोहली ने चुप कर दिया था। कोहली ने 61 गेंदों पर 122 रनों की पारी खेली थी जिसमें छह छक्के और 12 चौके शामिल थे। कोहली ने इसी के साथ 1020 दिनों का शतकीय सूखा खत्म किया था। इससे पहले उन्होंने नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में शतक जमाया था।
ऐसे बनाई पारी
कोहली ने शुरुआत से ही इस मैच में अफगानिस्तानी गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक बल्लेबाजी की। इस मैच में टीम की कप्तानी कर रहे केएल राहुल के साथ मिलकर कोहली ने टीम को मजबूत किया। उन्होंने 32 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद कोहली और आक्रामक हो गए। 53 गेंदों पर उन्होंने अपना शतक पूरा कर लिया। यानी अगले 50 रन कोहली ने सिर्फ 21 गेंदों में बना डाले।
उनकी इस पारी के दम पर भारत ने अफगानिस्तान के खिलाफ दो विकेट खोकर 212 रनों का स्कोर खड़ा किया। अफगानिस्तान इस स्कोर के आगे बिखर गई और मैच हार गई।