विशाखापत्तनम। विराट कोहली ने कहा कि सोमवार को संपन्न हुए विशाखापत्तनम टेस्ट मैच में उन्हें इंग्लैंड की तरफ से दूसरी पारी में ज्यादा जुझारू प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। विराट ने इस दौरान अपने बैटिंग मंत्रा का खुलासा किया।
भारत ने दूसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 246 रनों से हराकर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई। विराट ने कहा, टेस्ट मैचों में क्रीज पर समय गुजारना बहुत महत्वपूर्ण होता है। मैं सत्र दर सत्र बल्लेबाजी करना चाहता हूं और मेरा इरादा कम से कम दो सत्र क्रीज पर गुजारने का होता है। सत्र के दौरान कितने रन बनाना है, इस पर मेरा ज्यादा फोकस नहीं होता है, क्योंकि ज्यादा से ज्यादा समय गुजारने पर आपके पास रन बनाने के मौके होते है। अन्य फॉर्मेट में आपको सिर्फ बल्लेबाजी के बारे में सोचना होता है, लेकिन टेस्ट मैचों में ऐसा नहीं होता है।
कोहली ने कहा, कप्तानी की वजह से निश्चित रूप से अतिरिक्त भार होता है, लेकिन अभी मुझे मजा आ रहा है। जब तक मुझे इसमें आनंद आ रहा है तब तक मैं इस दायित्व को संभालना जारी रखूंगा। भारतीय कप्तान ने कहा, हमें इंग्लैंड से दूसरी पारी में ज्यादा जुझारू प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए। हमें उम्मीद थी कि यदि हमने कुछ विकेट हासिल कर लिए तो मेहमान पारी लड़खड़ा जाएगी।
विराट ने कहा, हमने फॉलोऑन इसलिए नहीं दिया क्योंकि हम 150-200 रन और बनाकर इंग्लैंड को पूरी तरह दबाव में लाना चाहते थे। हम यह चाहते थे कि इतना लक्ष्य रखें कि इंग्लैंड बल्लेबाजी करते समय इस दबाव में रहे कि यदि उसने कुछ विकेट गंवा दिए तो उनकी पारी बिखर जाएगी।