वुमंस हॉकी टीम के वर्ल्ड कप में पिछड़ने के बावजूद भारतीय महिला हॉकी टीम ने संघर्ष का जज्बा दिखाकर न केवल बेहतर रैंकिंग की अमेरिकी टीम को 1-1 से बराबरी पर रोक लिया बल्कि विश्व कप के नॉकआउट में भी प्रवेश कर लिया है. कप्तान रानी के निर्णायक गोल से भारतीय महिला हॉकी टीम ने महिला हॉकी विश्व कप टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल की होड़ में खुद को कायम रखा है.
भारत को ओलंपिक चैंपियन इंग्लैंड के साथ 1-1 का ड्रॉ खेलने के बाद आयरलैंड से 0-1 से हार का सामना करना पड़ा था. भारत को क्वार्टरफाइनल की होड़ में बने रहने के लिए करो या मरो के इस मुकाबले में अमेरिका से या तो मैच जीतना था या फिर ड्रा खेलना था. अमेरिका को मारगॉक्स पाउलिनो ने 11वें मिनट में बढ़त दिलाई थी लेकिन 31वें मिनट में भारतीय कप्तान रानी रामपाल ने बराबरी दिला दी.
अमेरिका की टीम पूल में चौथे स्थान पर रहकर क्वार्टरफाइनल की होड़ से बाहर हो गयी. विश्व की 10वें नंबर की टीम भारत ने विश्व रैंकिंग में सातवें नंबर की टीम अमेरिका के खिलाफ एक गोल से पिछडऩे के बाद बेहतर खेल का प्रदर्शन किया. भारत ने न केवल बराबरी हासिल की बल्कि अमेरिका को आगे गोल करने से भी रोके रखा.
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