इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी ने जब गेंद को चमकाने के लिए कोरोना वायरस के कारण लार पर प्रतिबंध लगाया था, तब तेज गेंदबाजों ने आवाज उठाई थी कि गेंद को चमकाने के लिए किसी कृत्रिम पदार्थ की इजाजत देनी चाहिए। अगर आइसीसी ऐसा नहीं करता है तो ये खेल बल्लेबाजों के लिए ज्यादा मुफीद होगा, लेकिन जब बिना लार लगाए गेंदबाजी की गई तो इसका असर गेंदबाजों पर नहीं, बल्कि बल्लेबाजों पर पड़ा।
जी हां, सभी को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच बुधवार को साउथैंप्टन के एजेस बाउल स्टेडियम में शुरू हुए टेस्ट का इंतजार था। पहले दिन खेल का ज्यादातर हिस्सा बारिश से धुला, लेकिन गुरुवार को दूसरे दिन सभी सवालों के जवाब मिल गए जब वेस्टइंडीज के सिर्फ दो तेज गेंदबाजों ने मिलकर मेजबान इंग्लैंड को धराशायी कर दिया। जेसन होल्डर (6 विकेट) और शेनोन गैब्रिएल (4 विकेट) ने अकेले मिलकर इंग्लैंड के 10 विकेट गिरा दिए। खास बात यह थी कि 10 में से नौ विकेट पुरानी गेंद से निकले।
इंग्लैंड की टीम 67.3 ओवर में 204 रन बनार पवेलियन लौट गई। पहले दिन बारिश के खलल की वजह से लार के बिना गेंद का असल टेस्ट नहीं हो पाया था। पहले दिन 17 ओवर और दूसरे दिन छह ओवर बीतने के बाद गेंद पुरानी हो चुकी थी। ऐसे में यह देखना जरूरी था कि डयूक गेंद अब कैसे तेज गेंदबाजों को मदद पहुंचाती है। इस सवाल को तेज गेंदबाज गैब्रिएल ने ठंडे बस्ते में डाल दिया जब उन्होंने जो डेनली (18) को एक शानदार इनस्विंग गेंद पर बोल्ड कर दिया।
गैब्रिएल यहीं नहीं रुके, इसके बाद उन्होंने रोरी बर्न्स (30) को भी चलता कर दिया। यहां से मैच में फिर कैरेबियाई कप्तान जेसन होल्डर का जलवा दिखा। कप्तान होल्डर ने जैक क्रॉले (10) को एलबीडब्ल्यू और ओली पोप को विकेटकीपर शेन डॉवरिच के हाथों कैच कराकर इंग्लैंड को चौथा और पांचवां झटका दे दिया। भोजनकाल तक इंग्लैंड की आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी और उस समय मेजबानों का स्कोर सिर्फ 106 रन था।
स्टोक्स-बटलर के अहम विकेट
भोजनकाल के बाद उम्मीद थी कि कप्तान बेन स्टोक्स (43) और जोस बटलर (35) टीम को संभाल लेंगे। यह उम्मीद बंधी भी जब दोनों के बीच छठे विकेट के लिए 67 रनों की साझेदारी हुई, लेकिन एक बार दोबारा वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर और कप्तान जेसन होल्डर ने मेजबानों को सबसे बड़ा झटका देते हुए स्टोक्स को विकेट के पीछे कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। कुछ देर बाद होल्डर ने ही बटलर का भी विकेट चटका दिया।
157 रनों पर ही सात विकेट गंवाने के बाद इंग्लैंड की हालत बुरी हो चुकी थी। इस बीच होल्डर ने दो और अहम विकेट निकाले। पहले उन्होंने जोफ्रा आर्चर (00) और फिर मार्क वुड (05) को चलता कर दिया। इसके बाद गैब्रिएल ने एंडरसन को बोल्ड करके इंग्लैंड की पारी समेट दी। हालांकि, वेस्टइंडीज के अन्य गेंदबाज ज्यादा किफायती नहीं दिखे और न ही विकेट निकालने में सक्षम दिखे।
ड्यूक रही तेज गेंदबाजों के लिए मददगार
ड्यूक गेंद के निर्माता ने पहले ही कह दिया था कि इस गेंद को गीले तौलिये से भी चमकाया जा सकता है। वहीं यह गेंद पुरानी होने पर ठोस भी रहती है, जिससे गेंद को उछाल मिलेगा। इंग्लैंड के 10 में से नौ विकेट पुरानी गेंद पर निकलने के बाद लार के बिना गेंद के प्रदर्शन के सवाल ठंडे बस्ते में चले गए हैं। हालांकि अभी कूकाबुरा और एसजी का टेस्ट होना बाकी है।