इसमें डाटा वेयरहाउस की भी मदद ली जा रही है। सेबी के नियमों के मुताबिक लिस्टेड कंपनियों के बारे में सूचनाएं स्टॉक एक्सचेंज के जरिए ही सार्वजनिक होनी चाहिए। ट्रेडिंग से जुड़ी सूचना से शेयर की कीमतें प्रभावित होती हैं।
सेबी ने उन लोगों के कॉल डाटा रिकॉर्ड (सीडीआर) का भी पता लगाने को कहा है, जिन्होंने रिजल्ट लीक होने के दौरान उन स्टॉक में ट्रेडिंग की थी। पिछले दिनों इनसाइडर ट्रेडिंग के जरिए शेयरों की कीमतों को प्रभावित करने के कुछ मामले भी सामने आए थे, जिसे लेकर सेबी ने इनसाइडर ट्रेडिंग पर सख्ती की है।
इस मामले में भी यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि कहीं इनसाइडर ट्रेडिंग के जरिए नियमों को तोड़ा तो नहीं गया है। जांच के बाद स्टॉक एक्सचेंज इस मामले की रिपोर्ट सेबी को देंगे।