मशहूर अभिनेत्री शबाना आजमी को भारतीय सिनेमा में उल्लेखनीय योगदान और महिला के अधिकारों का प्रचार करने के लिए ‘फ्रीडम आफ द सिटी आफ लंदन’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के रूप में पांच राष्ट्रीय पुरस्कार और छह फिल्मफेयर पुरस्कार जीतने वाले 73 वर्षीय अभिनेत्री गत सप्ताह लंदन में आयोजित यूके एशियन फिल्म महोत्सव (यूकेएएफएफ) समारोह में सम्मान ग्रहण किया। यह पुरस्कार सार्वजनिक जीवन में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया जाता है।
शबाना आजमी ने कही ये बात
आजमी ने कहा कि मैं फ्रीडम आफ द सिटी आफ लंदन पुरस्कार प्राप्त कर खुद को सम्मानित महसूस कर रही हूं। यह सिनेमा की शक्ति और सक्रियता का प्रमाण है कि हम सीमाओं को पार करने और समाज पर सार्थक प्रभाव डालने में सक्षम है। मैं इस सम्मान के लिए आभारी हूं और सकरात्मक बदलाव की वकालत करने के लिए अपनी आवाज और मंच का उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
आजमी ने सत्यजीत रे की 1974 की ‘अंकुर’ फिल्म से अपने सफर की शुरुआत की थी। यह फिल्म इस साल यूकेएएफएफ में ”सेलिब्रेटिंग द गोल्डन गर्ल आफ इंडियन सिनेमा” सेगमेंट के हिस्से के रूप में प्रदर्शित फिल्मों में से एक थी।