लखनऊ: स्कूलों को शिक्षा का मंदिर कहा जाता है। वहीं अगर स्कूलों को अय्याशी का अड्डा बना दिया जाये तो शिक्षा का क्या होगा। ऐसी ही एक शर्मनाक घटना सामने आयी है यूपी के मिर्जापुर जनपद से। रक्षाबंधक के मौके पर कुछ प्रधानों ने मिलकर एक प्राइमरी स्कूल में बार बालाओं का डांस कराया। स्कूल में जमकर शराब, शबाब व कबाब की पार्टी हुई और जिम्मेदार चुप रहे।
अब स्कूल में हुई इस डांस पार्टी का वीडियो वायरल होने पर शिक्षा विभाग के अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं। हुआ यूं कि मिर्जापुर के जमालपुर थाना क्षेत्र के तेतरिया गांव में स्थित सरकारी प्राइमरी स्कूल में बार बालाओं का डांस कराया गया। रक्षाबंधन की रात प्रधानों ने आयोजन कराया। शिक्षा के मंदिर में इस तरह के आयोजन से लोगों में भारी गुस्सा है। बुधवार को आयोजन का वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है।
बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी से मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। रक्षाबंधन की रात आसपास के 20 से 25 प्रधानों ने तेतरिया गांव के प्राइमरी स्कूल में बार बालाओं के डांस का आयोजन रखा। रात भर डांस के बीच शराब और मुर्गा का भी दौर चला। बार बालाओं पर जमकर रुपया भी लुटाया गया। गांव वालों के अनुसार स्कूल के प्रधानाचार्य भी आयोजन से वाकिफ थे लेकिन उन्होंने कोई विरोध नहीं किया।
आयोजन में ही शामिल कुछ लोगों ने शौकिया इसकी वीडियो भी बना ली। बुधवार को जब वीडियो वायरल हुआ तो बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने प्रधानाध्यापक से बात की। उन्होंने रात में आयोजन की बात स्वीकारी। बताया कि छुट्टी होने के कारण प्रधान ने चाबी ले ली थी। सुबह गए तो विद्यालय में पत्तल बिखरे पड़े थे। पता करने पर आयोजन के बारे में जानकारी हुई। अब बीएसए इस पूरे मामले में जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहे हैं।