भारत जैसे देश में एक्टिव इंटरनेट यूजर्स की संख्या में 45 फीसदी की दर से इजाफा हो रहा है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2025 तक देश में करीब 90 करोड़ एक्टिव इंटरनेट यूजर्स होंगे। पिछले साल तक यह संख्या 62.2 करोड़ हुआ करती थी। रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2025 एक्टिव यूजर्स की संख्या शहरों के मुकाबले गांवो की सबसे ज्यादा होगी, जो ग्रामीण भारत में डिजिटल इकोसिस्टम की तरफ इशारा करती है।
गांव में तेजी से बढ़ रहे इंटरनेट यूजर
Insights Division के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट विश्वप्रिया भट्टाचार्जी के मुताबिक आने वाले दिनों में वॉइस और वीडियो डिजिटल इकोसिस्ट के लिए गेमचेंजर साबित होगा। रिपोर्ट के मुताबिक भले ही शहरी भारत में इंटरनेट की पहुंच ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में दो गुना है। लेकिन ग्रामीण इलाकों में साल दर साल के हिसाब से बढ़ने वाले इंटरनेट यूजर की संख्या शहरी इलाकों से ज्यादा है। शहरी भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 4 फीसदी के हिसाब से बढ़कर 32.3 करोड़ हो गई है। वही ग्रामीण भारत में इंटरनेट यूजर्स संख्या 13 फीसदी बढ़कर 29.9 करोड़ हो गई है।
शहरी लोग इंटरनेट पर बिताते हैं ज्यादा वक्त
इंटरनेट कंपनी बॉडी IAMAI ने कंसल्टिंग कंपनी Kantar ने साथ किये गये शोध में पाया है कि छोटे कस्बों 5 में से 2 एक्टिव यूजर्स हैं। वहीं टॉप-9 मेट्रो में एक्टिव यूजर्स 33 फीसदी है। रिपोर्ट के मुताबिक 143.3 करोड़ जनसंख्या में से 62.2 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं। जो कि कुल जनसंख्या का 43 फीसदी हैं। मौजूदा वक्त में ग्रामीण भारत में काफी कम संख्या में एक्टिव यूजर्स हैं। ऐसे में ग्रामीण भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़ने की संभावना है। रिपोर्ट की मानें, तो 10 में से 9 एक्टिव यूजर्स डेली इंटरनेट एक्सेस करते हैं। वहीं एक्टिव यूजर्स औसतन रोजाना बेसिस पर 1.8 घंटे इंटरनेट पर बिताते हैं। शहरी एक्टिव यूजर्स ग्रामीण यूजर्स के मुकाबले इंटरनेट पर 17 फीसदी ज्यादा वक्त गुजारते हैं।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features