लम्बे समय से खराब फॉर्म के कारण टीम से बाहर होने के बाद टीम इंडिया के खब्बू ओपनर शिखर धवन ने चैंपियंस ट्रॉफी में धमाकेदार वापसी करते हुए टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 338 रन बनाकर ‘गोल्डन बैट’ अपने नाम किया था. धवन ने अपने जबरदस्त प्रदर्शन के बूते टीम को फाइनल तक ले जाने में भी मदद की.
खराब फॉर्म के बारे में बात करते हुए धवन ने कहा कि खराब समय आपको अच्छा करने के लिए मोटीवेट करता है. उन्होंने कहा “पिछले कुछ महीने मेरे लिए सही नहीं गुजरे और मैं टीम से भी बाहर हो गया था. मैंने अपने आप पर काम किया, जिस वजह से मैं अब और ज्यादा मजबूत व्यक्ति और खिलाड़ी हो गया हूं.”
2013 में खेले अपने पहले ही टेस्ट मैच में तहलका मचा देने वाले धवन लगातार टेस्ट टीम का हिस्सा थे. लेकिन पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ चोटिल होने के बाद उन्हें अपनी जगह गंवानी पड़ी थी. आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के बाद धवन को चैंपियंस ट्रॉफी टीम में जगह मिली. जहां उन्होंने 5 मैचों में 338 रन बनाए, जिसमें 125 रनों की बेस्ट पारी शामिल है.
धवन ने माना कि जब वो टीम से बाहर हुए तो घरेलू मैचों पर ध्यान लगाया और उन्हें पता था कि अगर भारतीय टीम में फिर से जगह बनानी है, तो घरेलू मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना ही पड़ेगा. फिलहाल धवन भारतीय टीम से साथ वेस्टइंडीज दौरे पर हैं. जहां वो रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में अजिंक्य रहाणे के साथ पारी की शुरुआत कर रहे हैं. 5 मैचों की वनडे सीरीज में भारत फिलहाल 1-0 से आगे है और सीरीज का तीसरा मैच शुक्रवार को एंटीगुआ में खेला जाएगा.