समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने गुरुवार को विपक्षी पार्टियों के आरोपों को खारिज कर दिया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश के नगर निगम चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) से छेड़छाड़ की है. मैनपुरी में एक शादी समारोह में भाग लेने के दौरान पूर्व मंत्री ने कहा कि यह मामला होता तो वह मौजूदा समय में विधायक नहीं होते.
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शिवपाल यादव का बयान अपने भतीजे व पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से उलट है. अखिलेश व शिवपाल के बीच की राजनीतिक अनबन जगजाहिर है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक से अधिक बार कह चुके हैं कि इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ की गई है.
शिवपाल ने कहा, “मैंने इस साल की शुरुआत में जसवंतनगर से चुनाव जीता था. मेरे कई समर्थकों ने शहरी निकाय के चुनाव जीते हैं. इसलिए बिना सबूत के मैं कैसे आरोप लगा सकता हूं कि ईवीएम से सत्तारूढ़ दल के पक्ष में छेड़छाड़ की गई है?”
शिवपाल यादव व अखिलेश यादव के बीच तलवारें खिचीं हुई हैं और मुलायम सिंह ने इस खाई को कम या ज्यादा बढ़ाया ही है. शुरुआत में अपने भाई का पक्ष लेने के बाद हाल ही में मुलायम ने अपने बेटे साथ आकर शांति बनाने की कोशिश की है.
शिवपाल यादव ने नगर निगम चुनावों में समाजवादी पार्टी की हार को लेकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा. उन्होंने पूछा कि किसने उम्मीदवारों का चुनाव किया था.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के बाद अब नगर निकाय चुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद विपक्षी पार्टियों ने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल खड़े किए थे. अखिलेश यादव और मायावती ने कहा था कि अगर बैलेट पेपर से चुनाव होते तो बीजेपी नहीं जीत पाती.