महाशिवरात्रि का पर्व हर साल मनाया जाने वाला पर्व है। इस पर्व को लोग बहुत धूम धाम से मनाते हैं। वैसे आप सभी जानते ही होंगे महाशिवरात्रि शिव भक्तों के लिए बहुत ख़ास होती है। अब आज हम महाशिवरात्रि से पहले आपको बताने जा रहे हैं उन पापों के बारे में जिनका जिक्र शिवपुराण में किया गया है। इन पापों को कभी भूल से भी नहीं करना चाहिए। आइए बताते हैं आपको इन पापों के बारे में।
* कहा जाता है शिवपुराण में लिखा गया है कि कभी भी दूसरों के पति या पत्नी पर बुरी नजर रखना या उसे पाने की इच्छा नहीं करना चाहिए।
* शिवपुराण के मुताबिक गुरु, माता-पिता, पत्नी या पूर्वजों का अपमान नहीं करना चाहिए।
* शिवपुराण के मुताबिक शराब पीना, दान की हुई चीजें या धन वापस लेना महापाप होता है।
* शिवपुराण के मुताबिक दूसरों का धन अपना बनाने की चाह रखना भी एक पाप है।
* शिवपुराण के मुताबिक गलत तरीके से दूसरे की संपत्ति हड़पना, ब्राह्मण या मंदिर की चीजें चुराना या गलत तरीके से हथियाना पाप है।
* शिवपुराण के मुताबिक किसी निरपराध इंसान को कष्ट देना, उसे नुकसान पहुंचाना या धन-संपत्ति लूटना पाप हैं।
* शिवपुराण के मुताबिक अच्छी बातें भूलकर बुरी राह को स्वयं चुनने वाले पापी होते हैं।
* शिवपुराण के अनुसार बुरी सोच रखने वाले पापी होते है।
* शिवपुराण के मुताबिक किसी गर्भवती महिला या मासिक के दौरान किसी महिला को कटु वचन कहना पाप है।
* शिवपुराण के मुताबिक किसी के सम्मान को हानि पहुंचाने की नीयत से झूठ बोलना पाप है।
* शिवपुराण के मुताबिक समाज में किसी के मान-सम्मान को हानि पहुंचाने की नीयत से अफवाह फैलाना पाप है।
* शिवपुराण के मुताबिक धर्म के विपरीत काम करना पाप है।
* शिवपुराण के मुताबिक बच्चों, महिलाओं या किसी भी कमजोर जीव के खिलाफ हिंसा करना पाप है।