शिवसेना ने भाजपा सरकार से कहा कि यदि वह राज्य में मध्यावधि चुनाव से बचना चाहती है तो किसानों का कर्ज पूरी तरह माफ करने की घोषणा करे. शिवसेना ने यह रुख ऐसे समय में अपनाया है जब देवेंद्र फडणवीस सरकार किसानों के प्रदर्शन के कारण आलोचनाओं से घिरी है.UP बोर्ड रिजल्ट 2017: छात्राओं के पास होने पर खुश हुए योगी, टॉप 10 को करेंगे सम्मानित
खबरों के मुताबिक बीजेपी सरकार समय से पहले विधानसभा चुनाव कराने पर भी विचार कर रही है. महाराष्ट्र में भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार अक्टूबर 2014 में बनी थी. यूं तो फडणवीस ने किसानों के प्रदर्शन के बीच छोटे और सीमांत किसानों के लिए कर्ज माफी का ऐलान किया था. फिर भी शिवसेना किसानों का कर्ज पूरी तरह माफ करने की मांग कर रही है.
मध्यावधि चुनाव के लिए शिवसेना तैयार
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि यदि पार्टी सत्ता छोड़ देती है तो उस पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हम कुछ नहीं गंवाएंगे और यदि हम सत्ता छोड़ भी दें तो हम पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. मध्यावधि चुनाव की सूरत में हम भाजपा से बेहतर तरीके से तैयार हैं. यदि सरकार इससे बचना चाहती है तो उसे किसानों का कर्ज तत्काल पूरी तरह माफ कर देना चाहिए.
1 जून से चल रहा है आंदोलन
महाराष्ट्र में किसानों ने फसल खराब होने की वजह से कर्ज माफी तथा एमएसपी की गारंटी सहित विभिन्न मांगों के लिए एक जून को आंदोलन शुरू किया था. महाराष्ट्र के किसानों ने देवेंद्र फडणवीस सरकार के खिलाफ ‘किसान क्रांति’ नाम से आंदोलन शुरु किया है, आंदोलन कर रहे किसानों ने अहमदनगर जिले में बड़ी मात्रा में दूध हाईवे पर बहा दिया. वहीं किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन जारी रखेंगे. बता दें कि महाराष्ट्र में किसान आंदोलन की शुरुआत अहमद नगर जिले में गोदावरी नदी के किनारे बसे पुणतांबा गांव से हुई. सबसे पहले इसी गांव में हड़ताल हुआ.