महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
मुंबई पुलिस ने शिवसेना (यूबीटी) विधायक सुनील राउत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सुनील राज्यसभा सांसद संजय राउत के भाई हैं। उनके खिलाफ प्रतिद्वंद्वी शिवसेना नेता सुवर्णा करंजे के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए एफआईआर दर्ज की गई है। सुनील राउत और करंजे मुंबई की विक्रोली विधानसभा सीट पर एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं।
शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार ने कथित तौर पर 27 अक्तूबर को उपनगरीय विक्रोली के टैगोर नगर इलाके में एक कार्यक्रम में विवादित टिप्पणी की थी। बाद में इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। करंजे की शिकायत के बाद पुलिस ने सोमवार को सुनील राउत के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया, जिसमें 79 (महिला की गरिमा का अपमान) भी शामिल है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
मामला दर्ज होने पर सुनील राउत ने कहा, ’23 नवंबर को एक मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।’ वहीं, संजय राउत ने कहा, ‘रहने दो। केवल एक मामला दर्ज किया गया है। चुनाव के दौरान हमारे खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज किए जाएंगे, फिर हमें भी जेल भेजा जाएगा। हम इन सब से डरने वाले नहीं हैं। हम 23 नवंबर के बाद उनका पूरा हिसाब चुकता कर लेंगे।’
नामांकन वापस न लेने पर बागी नेताओं पर कार्रवाई
इस बीच शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को पांच बागी नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया। पांचों ने 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए दाखिल किए गए नामांकन वापस नहीं लिए थे। इन नेताओं में भिवंडी पूर्व के विधायक रूपेश म्हात्रे, विश्वास नांदेकर, चंद्रकांत घुगुल, संजय अवारी और प्रसाद ठाकरे शामिल हैं।
दरअसल, महा विकास अघाड़ी (कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी) से 14 नेताओं ने पार्टी के आदेश की अवहेलना करते हुए नामांकन दाखिल किया था। सोमवार की समय सीमा तक अपना नामांकन वापस लेने वालों में कांग्रेस के मुख्तार शेख भी शामिल थे, जिन्होंने पुणे के कस्बा पेठ विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन वापस ले लिया और पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार रवींद्र धांगेकर को अपना समर्थन देने की घोषणा की।
कांग्रेस उम्मीदवार ने वापस लिया नाम
कोल्हापुर उत्तर से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में राजपरिवार की मधुरिमा राजे छत्रपति के समय सीमा से कुछ मिनट पहले नाम वापस ले लिया। इससे पार्टी ने पश्चिमी महाराष्ट्र के अपने गढ़ में प्रतिनिधित्व खो दिया। उन्हें पूर्व पार्षद राजेश लाटकर के स्थान पर टिकट दिया गया था।
कांग्रेस ने सात बागियों ने नामांकन वापस लिया
जिन सात कांग्रेस बागियों ने अपना नामांकन वापस लिया, उनमें नासिक सेंट्रल से हेमलता पाटिल, बायकुला से मधु चव्हाण और नंदुरबार से विश्वनाथ वाल्वी शामिल हैं। केवल दो एनसीपी (एसपी) बागी मैदान में हैं।
हम अपने फैसले पर अड़े हुए: नवाब मलिक पर प्रफुल्ल
एनसीपी नेता और मानखुर्द शिवाजी नगर से उम्मीदवार नवाब मलिक के बारे में पार्टी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि नवाब मलिक हमेशा से हमारे साथी रहे हैं। उनके खिलाफ आरोप अभी तक साबित नहीं हुए हैं। आरोप साबित होने या फैसला आने के बाद ही हमें इस बारे में सोचना चाहिए। हर पार्टी में ऐसे लोग होते हैं जिनके खिलाफ कोई न कोई कार्रवाई होती है, उनमें से कुछ मुख्यमंत्री भी हैं। यहां तक कि मौजूदा सीएम भी। इसलिए मैं कहता हूं कि हमने उन्हें टिकट दिया है क्योंकि वे हमारे पुराने साथी हैं। अगर किसी को इससे अलग लगता है तो यह अलग बात है, लेकिन हम अपने फैसले पर अड़े हुए हैं।
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