बिहार में मुफ्त में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने की बीजेपी की घोषणा पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि जब हम बच्चे थे तब एक घोषणा थी, ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा’। अब एक नई घोषणा मैं देख रहा हूं, ‘तुम मुझे वोट दो, हम तुम्हें वैक्सीन देंगे’। बीजेपी के गुरुवार को घोषणा पत्र में मुफ्त वैक्सीन के वादे का बिहार की हर राजनीतिक पार्टी ने आलोचना की है और यह मामला चुनाव आयोग तक पहुंच गया है।
संजय राउत ने कहा कि पहले जाति और धर्म के नाम पर बांटते थे, अब वैक्सीन के नाम पर बांट रहे हैं। इससे पहले केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि कोरोना के इस महाकाल में स्वास्थ्य सेवा महत्वपूर्ण प्राथमिकता बननी चाहिए। बिहार में हमारी सरकार बन रही है, कोरोना वैक्सीन जब बन जाएगी तो बिहार सरकार केंद्र सरकार के साथ सहयोग कर बिहार के कोरोना पीड़ित लोगों को वैक्सीन मुफ्त उपलब्ध कराएगी।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को परेशानी जरूर है(इस घोषणा से) जो चुनाव के पहले घोषणा तो बड़ी-बड़ी करते हैं लेकिन ज़मीन पर लागू नहीं करते।
मुफ्त टीका के वादे पर विपक्षी दलों ने भाजपा को घेरा
प्रमुख विपक्षी दलों ने बिहार के लोगों को कोरोना वायरस का टीका निशुल्क उपलब्ध कराने के भाजपा के चुनावी वादे को लेकर गुरुवार को निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की। विपक्षी दलों ने एकसुर में राजनीतिक लाभ के लिए महामारी का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण का एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा-आप मुझे वोट दें, मैं आपको टीका दूंगा, निंदनीय है, क्या चुनाव आयोग उन्हें और उनकी सरकार के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया-मोदी सरकार ने तो कोरोना की वैक्सीन नहीं ढूंढ़ी, पर बिहार की जनता ने बिहार बचाने की वैक्सीन जरूर ढूंढ़ ली है, जदयू-भाजपा भगाओ, महागठबंधन सरकार लाओ। तृणमूल कांग्रेस के नेता सौगत रॉय ने कहा कि इस तरह का वादा करके वित्त मंत्री की तरफ से ‘गैरजिम्मेदाराना व्यवहार किया गया है।
—किसी देश में महामारी की वैक्सीन को चुनावी घोषणा में शामिल करना विमर्श के पतन का द्योतक, ज़िन्दगी बचाने के लिए भी चुनावी सौदेबाजी है।
मनोज झा, राष्ट्रीय प्रवक्ता, राजद
—देश की सत्ताधारी भाजपा कह रही है कि वह बिहार के लोगों के लिए कोरोना का टीका मुफ्त लगवाएगी, ऐसी घोषणा उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के लिए क्यों नहीं की गई, ऐसी अवसरवादी संकीर्ण राजनीति का जवाब उत्तर प्रदेश और देश की जनता आगामी चुनावों में भाजपा को देगी।