हिंदू धर्म में हर महीने का अपना ही एक अलग महत्व होता है। वही हिंदू पंचांग को माने तो आषाढ़ चौथा महीना होता है और इस महीने में देवशयनी एकादशी के बाद चौमासा या चतुर्मास शुरू होता है। यानी अब अगले 4 महीने तक कोई शुभ कार्य नहीं किए जा सकेंगे। ऐसी मान्यता है कि अगले चार महीने के लिए देवी -देवता शयन में चले जाते हैं और इस दौरान शादी, मुंडन आदि शुभ कार्य नहीं होते हैं। सबसे खासकर आषाढ़ महीने में भगवान विष्णु की पूजा -अर्चना की जाती है और इस महीने में जगन्नाथ मंदिर में रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है। आपको बता दें कि आषाढ़ महीना 25 जून से यानी आज से शुरू हो रहा है। अब आइए जानते हैं इस महीने में पड़ने वाले व्रत और त्यौहार की लिस्ट।
7 जून- इस दिन संकष्टी चतुर्थी है और इस दिन भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है। कहा जाता है संकष्टी चतुर्थी के दिन विधि- विधाने से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
2 जुलाई- इस दिन शीतलाष्टमी है और इस दिन शीतला माता की पूजा -अर्चना होती है। आपको बता दें कि शीतलाष्टमी के त्योहार को बसोड़ कहा जाता है।
5 जुलाई- इस दिन योगिनी एकादशी है और इस दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है।
7 जुलाई- इस दिन प्रदोष व्रत है और इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। आपको बता दें कि इस दिन व्रत और पूजा करने से घर में सुख- समृद्धि बनी रहती है।
8 जुलाई- इस दिन मासिक शिवरात्रि है और मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विधि- विधान से पूजा -अर्चना करनी चाहिए।
9 जुलाई- इस दिन हलहारिणी अमावस्या है। आपको बता दें कि हलहारिण अमावस्या के दिन स्नान और दान-पुण्य करने का विशेष महत्व होता है।
11 जुलाई- इस दिन गुप्त नवरात्रि शुरू हो रही है। आपको बता दें कि इस दिन से अगले नौ दिन तक माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा अर्चना की जाती है। जी दरअसल गुप्त नवरात्रि 11 जुलाई से 18 जुलाई तक होगी
12 जुलाई- इस दिन जगन्नाथ मंदिर में भगवान विष्णु की रथ यात्रा का आयोजन होगा। आपको बता दें कि भगवान विष्णु के भक्तों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण दिन होता है।
13 जुलाई- इस दिन विनायक चतुर्थी व्रत है और विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जाती है।
20 जुलाई- इस दिन ईद-उल-अजहा या बकरीद है और यह दिन मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
20 जुलाई- इस दिन देवशयनी एकादशी, चतुर्मास या चौमासा प्रारंभ है। आपको बता दें कि देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है।
24 जुलाई– इस दिन आषाढ़ पूर्णिमा है और इस दिन स्नान और दान करने का विशेष महत्व होता है। पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करने से सभी पापों का नाश हो जाता है।