एक दिन पहले लाल निशान पर बंद होने के बाद शेयर मार्केट ने गुरुवार को हरे निशान के साथ शुरुआत की है। बता दें कि शुरुआती कारोबार में घरेलू शेयर बाजार हरे निशान पर खुला है। जिसमें सेंसेक्स 201.23 अंक बढ़कर 81,974.89 पर रहा, तो निफ्टी भी 61.5 अंक की उछाल के साथ 25,109.65 पर रहा। बाजार विश्लेषकों ने बताया कि सकारात्मक अंतरराष्ट्रीय धारणा ने घरेलू सूचकांकों में स्थिरता बनाए रखने में मदद की, जबकि निवेशक वैश्विक घटनाक्रमों पर आगे स्पष्टता की प्रतीक्षा कर रहे थे।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 2 पैसे गिरा
वहीं अमेरिकी डॉलर में मजबूती के बीच रुपया गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 2 पैसे टूटकर 88.77 प्रति डॉलर पर आ गया।
पश्चिम एशिया जोखिम प्रीमियम में दिखी गिरावट
बैंकिंग और बाजार विशेषज्ञ अजय बग्गा ने कहा कि इस्राइल-हमास शांति समझौते का पहला चरण राष्ट्रपति ट्रंप और कतर सरकार के अनुसार पूरा हो गया है। आज सुबह एशिया में पश्चिम एशिया जोखिम प्रीमियम में गिरावट देखी गई। जापान जश्न के मूड में है, जहां निक्केई एक बार फिर सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच गया है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी मौजूदा 45% स्लैब-वार कर ढांचे की जगह 10% फ्लैट आयकर लगाने की बात कर रहे हैं।
एफपीआई ने दो दिनों में किया अच्छा प्रदर्शन
भारतीय बाजारों में दो दिनों तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) का शुद्ध प्रवाह देखा गया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, आरबीआई ने रुपये की सुरक्षा के लिए अपतटीय एनडीएफ बाजारों में 15 अरब डॉलर की स्थिति बनाई है, जिससे रुपये को कुछ सहारा मिलने की उम्मीद है, जो इस साल सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली एशियाई मुद्रा रही है।
वैश्विक रुझानों के अनुरूप सुरक्षित निवेश की मांग बढ़ी
कमोडिटी बाजार में सोने में तेजी जारी रही। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के विश्लेषक (प्रीसियस मेटल रिसर्च) मानव मोदी ने कहा कि सोना पहली बार 4,000 डॉलर के स्तर को पार कर गया। व्यापक भू-राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितता के साथ-साथ अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के चलते निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के लिए इस संपत्ति की ओर रुख किया, जिससे रिकॉर्ड तेजी आई।
उन्होंने आगे कहा कि चांदी ने भी रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ, और उसे भी उन्हीं कारकों का समर्थन मिला जिनसे सोने और तांबे को मदद मिली। मोदी ने कहा कि अस्थिरता के दौर में पारंपरिक रूप से मूल्य के भंडार के रूप में देखा जाने वाला सोना, 2024 में 27 प्रतिशत की बढ़त के बाद इस साल अब तक 55 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ा है। हाजिर बाजार में तंगी का फायदा उठाते हुए चांदी इस साल अब तक 60 प्रतिशत से ज़्यादा चढ़ चुकी है।
निवेशकों की है इन पर नजर
विशेषज्ञों का कहना है कि आशावाद तो बना हुआ है, लेकिन हाल के उच्च स्तरों से मुनाफा वसूली और इस्राइल-हमास युद्धविराम के घटनाक्रम अल्पकालिक धारणा को प्रभावित कर सकते हैं। बाजार अमेरिकी सरकार के चल रहे बंद के अपडेट पर भी नजर रखेंगे, जो अब नौवें दिन चल रहा है और वैश्विक जोखिम उठाने की क्षमता पर दबाव बना रहा है।
टाटा कैपिटल और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का आईपीओ
इससे पहले बुधवार को, टाटा कैपिटल के सार्वजनिक निर्गम को तीसरे दिन तक 1.95 गुना अभिदान प्राप्त हुआ, जिसमें योग्य संस्थागत निवेशकों की मजबूत भागीदारी रही, जिन्होंने 3.42 गुना अभिदान प्राप्त किया। गैर-संस्थागत निवेशकों ने 1.98 गुना और खुदरा निवेशकों ने 1.1 गुना अभिदान प्राप्त किया।
इसी तरह, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स में भी निवेशकों की अच्छी-खासी दिलचस्पी देखी गई और दूसरे दिन तक इसका पब्लिक इश्यू 3.32 गुना सब्सक्राइब हो गया। गैर-संस्थागत निवेशकों की बोलियों में सबसे ज़्यादा 7.6 गुना, योग्य संस्थागत निवेशकों की बोलियों में 2.59 गुना और खुदरा निवेशकों की बोलियों में 1.9 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ।