संजीत के अपहरण-हत्याकांड के बाद पुलिस की जांच पर स्वजनों को कतई भरोसा नहीं है। मंगलवार को फोरेंसिक टीम की जांच के बाद स्वजनों को उस मकान में बुलाया गया, जहां संजीत को अगवा करके रखा गया था। संजीत के पिता ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए सबकुछ बनावटी बताया।
संजीत अपहरण-हत्याकांड में फॉरेंसिक टीम मंगलवार को छानबीन के लिए रतनलाल नगर स्थित सुनील कुमार श्रीवास्तव के बंद मकान पर पहुंची, इसी मकान में अपहर्ताओं ने संजीत को रखा था। मकान की तलाशी और छानबीन में टीम को बेंजाडीन टेस्ट के दौरान किचन के सिंक, कमरों की फर्श पर आदि पर खून के धब्बे मिले। फॉरेंसिक टीम को मौके पर एक साड़ी, कोल्ड ड्रिंक की खाली बोतलें, डिस्पोजल गिलास, मधुमेह की दवा के रैपर मिले हैं। टीम ने सभी साक्ष्यों को सील कर दिया।
टीम की जांच के बाद पुलिस ने संजीत के स्वजनों को भी बुलाया और मकान दिखाया। पिता चमनलाल ने सवाल उठाया कि मकान में जब धुलाई हो चुकी तो यह सामान कहां से आया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे कतई भरोसा नहीं है, यह सब पुलिस का खेल है, सबकुछ बनावटी है। वहीं संजय नगर निवासी देबू ने बताया कि 13 जुलाई की दोपहर 2:30 बजे मकान मालिक के कहने के बाद सफाई की गई थी।