उत्तर प्रदेश में सरकार से सहायता प्राप्त संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में संविदा शिक्षक की भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को बड़ी राहत मिली है। प्रदेश के सभी सहायता प्राप्त संस्कृत स्कूलों में अब मध्यमा स्तर पर व्याकरण और साहित्य के संविदा शिक्षक भर्ती के लिए बीएड की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है।
इलाहाबाद हाई कोर्ट के के आदेश पर अपर निदेशक माध्यमिक डॉ. महेन्द्र देव ने शासनादेश में संशोधन जारी किया है। इससे पहले प्रदेश के 567 संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में 1119 रिक्त पदों पर संविदा शिक्षकों की नियुक्ति का आदेश अपर निदेशक माध्यमिक आराधना शुक्ला ने 24 जुलाई को जारी किया था। जिसमें बीएडा की अनिवार्यता थी।