गुरुवार रात 10 बजे से शुरू हुआ 88 घंटे का लॉकडाउन शुक्रवार को प्रभावी नजर आ रहा है। महाराष्ट्र से बसों का आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित है, वहीं अंतर जिला बसों का संचालन पूरी तरह बंद रहा।
पुलिस की टीम लगातार गस्त लगाकर लोगों को घर में ही रहने की समझाइश दे रही है। गौरतलब है कि जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में निर्णय हुआ था छिंदवाड़ा जिले के नगरीय क्षेत्रो में तथा शहर से लगे 5 किलोमीटर तक के एरिये में 1 अप्रैैल रात्रि 10 बजे से सोमवार 5 अप्रैल सुबह 6 बजे तक 88 घंटे का लॉकडाउन रहेगा।
जिले में कोरोना का संक्रमण लगातार तेजी से फैल रहा है, गुरुवार को ही कोरोना के 48 नए मरीज मिले हैं। खास तौर पर सौसर, अमरवाड़ा, लिंगा और छिंदवाड़ा शहर में बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं।
प्रशासनिक आंकड़ों के मुताबिक अब तक 60 लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है, लेकिन वस्तुस्थिति इससे अलग है और लगातार ही कोरोना के ना सिर्फ मरीज सामने आ रहे हैं, बल्कि बड़ी संख्या में मौतें भी हो रही हैं जिन्हें छुपाया जा रहा है। कलेक्टर सौरभ सुमन ने बताया कि वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए लॉकडाउन लगाना आवश्यक हो गया था। ऐसे में कोरोना के मरीजों को चिन्हित कर उनका समुचित इलाज किया जाएगा।