अमेरिका में कुछ दिनों बाद 20 जनवरी 2025 को सत्ता बदलने वाली है लेकिन उसके पहले भारत और अमेरिका के बीच कुछ अहम द्विपक्षीय मुद्दों पर एक अहम बैठक होने जा रही है। यह बैठक अगले हफ्ते होगी जब अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जैक सुलीवान भारत दौरे पर आएंगे। वह यहां एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भाषण देंगे जिसमें भारत-अमेरिका संबंधों व वैश्विक हालात पर अपने विचार रखेंगे और भारत के एनएसए अजीत डोभाल के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
जयशंकर से भी मिलेंगे सुलीवान
सुलीवान की विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ भी मुलाकात होनी है। वैसे जयशंकर और सुलीवान के बीच पिछले हफ्ते वाशिंगटन में भी मुलाकात हुई थी। भारत के विदेश मंत्री जयशंकर सात दिनों की अप्रत्याशित यात्रा पर अमेरिका गये थे।
सूत्रों ने बताया कि भारत व अमेरिका के एनएसए के बीच होने वाली बैठक में मुख्य तौर पर बेहद महत्वपूर्ण व अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल में सहयोग पर गठित व्यवस्था इनिसिएटिव ऑन क्रिटिकल व इमर्जिंग टेक्नोलॉजी (आइईसीटी) का मुद्दा होगा।
दिल्ली में होगी तीसरी बैठक
आईईसीटी की शुरुआत दोनों देशों ने जनवरी, 2023 में वाशिंगटन में की थी। इसके बाद यह तीसरी बैठक होगी। सत्ता परिवर्तन के बावजूद अमेरिकी एनएसए की तरफ से इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए आना यह बताता है कि वहां की सरकार इस सहयोग को लेकर कितनी गंभीर है।
यह व्यवस्था मुख्य तौर पर दोनों देशों के रणनीतिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल व उनके हस्तांतरण का रास्ता साफ करता है। इसमें सेमीकंडक्टर, आर्टिफिशिएल इंटेलीजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग, 6जी जैसी प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में भारत व अमेरिका के बीच बेहद गहरे रणनीतिक ताल्लुक की रणनीति बन रही है।
जेट इंजन की तकनीक पर होगी बात!
इस बैठक में रक्षा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी ट्रांसफर का मुद्दा भी उठेगा। रक्षा क्षेत्र में तकनीकी सहयोग का मुद्दा भी आइईसीटी के तहत आता है। अभी दोनों देशों के बीच जेट इंजन से जुड़ी प्रौद्योगिकी को लेकर बात चल रही है और ताजी जानकारी यह है कि कुछ वजहों से इसमें अड़चनें आ रही हैं।बहरहाल, जैक सुलीवान की आगामी यात्रा के दौरान मोदी सरकार और बाइडन सरकार के बीच विमर्शों का संभवत: यह अंतिम मौका होगा। पिछले चार वर्षों में भारत व अमेरिका के रिश्तों में कई तरह के उतार-चढ़ाव आए हैं।