लखनऊ : समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में गठबंधन कर चुनाव लड़ने पर संशय के बादल मंडराते दिख रहे हैं। एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी ने 191 कैंडिडेट्स की लिस्ट जारी कर कांग्रेस की गठबंधन की उम्मीदों को झटका दिया है।

तो वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार को कांग्रेसी नेता राजबब्बर भी लखनऊ में समाजवादी पार्टी नेताओं से बात किए बगैर ही दिल्ली लौट आए। बता दें कि समाजवादी पार्टी ने पार्टी में पड़ी फूट के बाद राज्य में अपनी 191 कैंडिडेट्स की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट को लेकर कांग्रेस नाराज है क्योंकि उसने कुछ ऐसी सीटों पर भी कैंडिडेट्स के नाम घोषित किए हैं जहां गठबंधन के बाद कांग्रेस अपने कैंडिडेट उतारने की संभावना जता रही थी।
शुक्रवार शाम को कांग्रेस चुनाव समिति की उत्तर प्रदेश चुनावों के मद्देनजर शाम 5 बजकर 30 मिनट पर बैठक होनी है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इस मीटिंग में यह तय हो सकता है कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी गठबंधन कर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में लड़ेंगी या फिर नहीं।
इससे पहले समाजवादी पार्टी के नेता किरणमोय नंद ने इशारों में कांग्रेस के साथ गठबंधन की उम्मीद जताई थी। उन्होंने कहा था कि हम उत्तर प्रदेश में 300 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस को गठबंधन में कितनी सीटें मिलेंगी, यह बाद में तय होगा।
हालांकि, किरणमोय के इस बयान का नरेश अग्रवाल ने खंडन किया है। उन्होंने इसे उनका निजी बयान बताया है। ऐसा माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी गठबंधन की स्थिति में भी कांग्रेस को ज्यादा से ज्यादा 80 विधानसभा सीटें दे सकती है।
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